समग्र समाचार सेवा
दिल्ली, 8th सितम्बर। नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभी नागरिकों से एक व्यक्ति को साक्षर बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि साक्षरता स्वतंत्रता और आत्मसम्मान का मार्ग है और यह मानव संसाधन विकास में सबसे बड़ा योगदान हो सकता है।
धनखड़ ने 100% साक्षरता प्राप्त करने के लिए मिशन मोड में कार्य करने पर बल दिया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को एक गेम-चेंजर बताया।
उन्होंने कहा, “शिक्षा ऐसा धन है जिसे न कोई चुरा सकता है, न छीन सकता है, यह साझा करने से बढ़ती है।”
उपराष्ट्रपति ने गांवों में डिजिटल कनेक्टिविटी और बिजली आपूर्ति जैसी हालिया प्रगति की भी सराहना की।
समारोह में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी और स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
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