समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23मई। पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के हीरक जयंती समारोह में अशोका होटल में मीडिया मंथन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी,हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल,मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन.बीरेंन सिंह,हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ.प्रमोद सावंत ने अपनी सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के विजन पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मीडिया मंथन को ऑनलाइन संबोधित किया।
इस अवसर पर भारत प्रकाशन दिल्ली द्वारा दिल्ली की शान अवार्ड से जिन विभुतियों को सम्मानित किया गया उनमें सुप्रसिद्ध समाजसेवी और संत ईश्वर फाउंडेशन की महासचिव सुश्री वृंदा खन्ना प्रमुख हैं। मैयो कॉलेज की अलुमिनाई, डीयू से बीबीएस और IMT से एमबीए करने के बाद अपना पारंपरिक व्यवसाय करने के बजाय RBI लाइसेंस प्राप्त कर 23 वर्ष की उम्र में NBFC शुरू किया और सफल उद्यमी बनीं।
वृंदा खन्ना ने उसके बाद अपने व्यवसाय को देखने के साथ सामाजिक क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी। आज अपनी संस्था द्वारा हरियाणा में घुमंतू और वंचित समाज के बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ और संस्कार देने हेतु ज्ञानदीप सेवा प्रकल्प और सुदूर जम्मू कश्मीर के नेनसू गांव और रामनगर में दो विद्यालय संचालित कर 1200 से अधिक छात्रों को निशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही हैं। इसके साथ
संत ईश्वर सम्मान के माध्यम से वृंदा 84 संस्थाओं और व्यक्तियों को 1.60 करोड़ राशि के सम्मान और राष्ट्रीय पहचान दिला चुकी हैं। कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों तक वृंदा ने भोजन, सैनिटाइजर और मास्क द्वारा हजारों परिवारों में सहायता पहुंचाई। सिर्फ़ हरियाणा राज्य में ही 1 लाख मास्क वितरित किए।पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन एवं हिंदू शरणार्थी शिविरों में उनके द्वारा उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
वृंदा खन्ना का मानना है कि ‘ इस धरा पर अनेकानेक संस्कृतियों आई और विलुप्त हो गई, हमारी स्नातन संस्कृति ही शाश्वत हैं क्योंकि इसमें दया और सेवाभाव तथा मानव जाति का सम्पूर्ण विकास ही हमारे जीवन का निमित्त और लक्ष्य हैं, ये संदेश हैं। मुझे जीवन इसी कार्य निमित्त मात्र मिला है।
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