राम मंदिर के निर्माण के लिए 115 देशों से लाया जा रहा जल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी जानकारी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19सितंबर। देश के प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी के अनुकंपा से भारतवासियों को राम मंदिर का सपना जल्द ही पूरा होने जा रहा है। संभवत: 2023 तक भक्तों को दर्शन की भी अनुमति मिल सकती है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए 7 महाद्वीपों के 115 देशों से जल लाने का विचार अनूठा है और यह वसुधैव कुटुंबकम के संदेश को झलकाता है। सिंह ने अकबर रोड स्थित अपने आवास पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय तथा डेनमार्क, फिजी तथा नाइजीरिया समेत अनेक देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों की मौजूदगी में 115 देशों की नदियों, झरनों और समुद्रों का जल प्राप्त किया।

बीजेपी नेता विजय जॉली की अगुवाई में एनजीओ दिल्ली स्टडी सर्किल ने जल एकत्रित किया। पूर्व बीजेपी विधायक जॉली के प्रयासों की सराहना करते हुए ने कहा, ‘दुनिया के सभी देशों से जल लाने से भारत की वसुधैव कुटुंबकम की सोच झलकती है। 115 देशों से जल लाना एक उत्कृष्ट कार्य है। मुझे आशा है कि निर्माण पूरा होने से पहले बाकी 77 देशों से भी जल लाया जाएगा। हम इस जल से अपने राम लला का ‘जलाभिषेक’ करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘ का निर्माण सभी के लिए गौरव का क्षण है। भारतीय संस्कृति बहुत समृद्ध है और भारत में जाति, वर्ण और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता।’
वहीं, जॉली ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान जब लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सके तो उनके संगठन ने दुनिया के 115 देशों से पानी एकत्रित किया। उन्होंने कहा, ‘केवल हिंदुओं ने ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के मुस्लिम, सिख, ईसाई, यहूदी और बौद्ध धर्म के लोगों ने इस पवित्र काम में योगदान दिया है।

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