समग्र समाचार सेवा
कोलकत्ता, 6जून। लगातार तीसरी बार बंगाल की सत्ता में आने के बाद तृणमूल कांग्रेस अब गुंडागर्दी पर उतारू हो गई है। अभी राज्य में हिंसा का मामला शांत हुआ नही कि टीएमसी का अब नया ड्रामा शुरू हो चुका है। अब टीएमसी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ने के लिए नई चाल चली है। टीएमसी ने एक ऐसा फरमान जारी किया है जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। सत्तारूढ़ TMC ने 18 भाजपा नेताओं को ब्लैकलिस्ट कर दिया है और कड़ी दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इन्हें कोई भी सामान नहीं देना है, टीएमसी के इस फरमान की जमकर आलोचना हो रही है, केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण समेत बड़े नेताओं ने TMC की इस तानाशाही पर सवाल उठाया है।
This is shocking. Would urge CM @MamataOfficial to see that ALL citizens in West Bengal are protected and not ostracised or denied the basics. Otherwise, a true shame. https://t.co/RnHYo6J6xN
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) June 5, 2021
बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की प्रमुख केया घोष ने शनिवार को ट्विटर पर टीएमसी द्वारा कथित रूप से प्रसारित एक सूची साझा की, जिसमें 18 व्यक्तियों को सूचीबद्ध किया गया था, सभी भाजपा के सदस्य हैं, जिन्हें टीएमसी की अनुमति के बिना कोई भी सामान विशेष रूप से चाय नहीं बेची जानी चाहिए।
टीएमसी द्वारा भाजपा नेताओं को ब्लैकलिस्ट किये जानें पर हैरानी जताते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बंगाल की मुख्यमंत्री सीएम ममता बनर्जी से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल में सभी नागरिकों की रक्षा की जाए और उन्हें बहिष्कृत या बुनियादी सुविधाओं से वंचित न किया जाए।
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