समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2जुलाई। देश में कोरोना के दैनिक मामलों से राहत तो मिल रही है लेकिन दिन प्रतिदिन तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही देश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों के कारण हडकंप मचा हुआ है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आगाह किया कि आने वाले महीनों में कोरोना का यह बेहद संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना का सबसे हावी स्वरूप बन जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं।
डब्ल्यूएचओ ने ‘कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट’ में अद्यतन आंकड़े साझा करते हुए कहा कि 29 जून 2021 तक ’96 देशों में डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए और संभव है कि वास्तविक आंकड़ें अधिक हों क्योंकि वायरस के स्वरूप पता लगाने के लिए जिनोम श्रंखला क्षमताएं भी सीमित हैं। इनमें से अनेक देशों ने कहा है कि डेल्टा स्वरूप के कारण उनके यहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।
डेल्टा स्वरूप के अत्यधिक संक्रामक होने के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि इस स्वरूप के अन्य स्वरूपों के मुकाबले अधिक हावी होने और आगामी महीनों में सबसे अधिक प्रभावशाली स्वरूप बन जाने का अंदेशा है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि पिछले हफ्ते मामलों की संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह तेजी से विकसित हो रही स्थिति के संदर्भ में हो रहा है।जिसमें चिंता का कारण बना है डेल्टा वैरिएंट। यूरोप के ऐसे क्षेत्र में कोरोना के मामलों में तेजी आ रही है जहां लाखों लोग बिना टीकाकरण के रह रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट बहुत जल्दी अल्फा वैरिएंट से आगे निकल गया है और इस कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मौतों में वृद्धि हो रही है।
पिछले हफ्ते डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस अधानोम ग्रब्रेयेसस ने कहा था कि कोरोना वायरस के अब तक जितने भी स्वरूप की पहचान हुई है उनमें डेल्टा ‘सबसे अधिक संक्रामक’ है और यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है जिन्हें कोविड रोधी टीका नहीं लगा है।
आंकड़ों की माने तों अल्फा के मामले 172 देशों, क्षेत्रों में सामने आए हैं, बीटा स्वरूप के मामले 120 देशों में, गामा स्वरूप के मामले 72 देशों में और डेल्टा स्वरूप के मामले 96 देशों (जिनमें से 11 नए देश हैं) में सामने आए हैं।
कोरोना और डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचाव
– कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें।
– हो सके तो घर से बाहर ही न निकलें और अगर जा भी रहे हैं, तो मास्क पहनकर जायें और सैनिटाइजर साथ रखें।
– अपने मास्क और किसी भी चीज को छूने से बचें।
– संक्रमित लोगों और अन्य लोगों से कम से कम मीटर की दूरी बनाकर रखें।
– छींकते या खांसते समय अपने मुंह को रुमाल या टिश्यू पेपर से कवर करें और टिश्यू पेपर को सही जगह फेंके।
– अगर आपका स्वास्थ्य पहले से ही खराब है तो आप घर के अंदर ही रहें।
– स्मोकिंग से बचें और फेफड़ों को प्रभावित करने वाली चीजों से दूरी बना लें।
– कोरोना वायरस से बचने का सबसे आसान तरीका तो यह है कि अप बेवजह घर से बाहर ही न निकलें।
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