बीजेपी ने रेखा गुप्ता पर क्यों लगाया दांव? दिग्गजों को पछाड़ कैसे बनीं दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,20 फरवरी। दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राजधानी की कमान रेखा गुप्ता को सौंपकर सभी को चौंका दिया। लंबे समय से पुरुष नेतृत्व के अधीन रही दिल्ली को आखिरकार अपनी पहली महिला मुख्यमंत्री मिल गई है। सवाल यह उठता है कि बीजेपी ने दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ते हुए रेखा गुप्ता पर क्यों भरोसा जताया और उन्हें इस अहम पद के लिए क्यों चुना? आइए जानते हैं इस बड़े सियासी फैसले के पीछे की रणनीति।

रेखा गुप्ता पर क्यों लगाया गया दांव?

बीजेपी का यह फैसला कई राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखकर लिया गया है।

  1. मजबूत संगठनात्मक पकड़ – रेखा गुप्ता लंबे समय से दिल्ली बीजेपी में सक्रिय रही हैं। उन्होंने पार्टी संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य किया है और दिल्ली की जनता के बीच उनकी अच्छी पकड़ है।

  2. महिला सशक्तिकरण की मजबूत छवि – बीजेपी ने महिला नेतृत्व को प्राथमिकता देने की अपनी नीति को जारी रखते हुए रेखा गुप्ता को आगे बढ़ाया है। यह फैसला महिला मतदाताओं को आकर्षित करने की रणनीति का भी हिस्सा माना जा रहा है।

  3. स्थानीय नेतृत्व को बढ़ावा – बीजेपी ने दिल्ली में बाहरी नेतृत्व के बजाय स्थानीय चेहरों को तरजीह दी है। रेखा गुप्ता का जन्म और शिक्षा दिल्ली में ही हुई है, जिससे वह राजधानी के सामाजिक और राजनीतिक ताने-बाने को अच्छी तरह समझती हैं।

  4. विपक्ष को कड़ी टक्कर देने की क्षमता – आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी को एक ऐसे चेहरे की जरूरत थी जो न केवल लोकप्रिय हो, बल्कि जमीनी स्तर पर भी मजबूत पकड़ रखती हो। रेखा गुप्ता ने विपक्षी हमलों का जवाब देने में भी अपनी क्षमता साबित की है।

दिग्गज नेताओं को पछाड़कर कैसे बनीं सीएम?

बीजेपी में कई दिग्गज नेता थे जो मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन रेखा गुप्ता ने अपने संगठनात्मक कौशल, जनता से जुड़ाव और बेदाग छवि के दम पर बाजी मार ली।

  • दिल्ली बीजेपी में कई वरिष्ठ नेता थे, जो इस पद की रेस में थे, लेकिन युवा और ऊर्जावान नेतृत्व की मांग को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने रेखा गुप्ता को चुना।
  • बीजेपी का यह कदम यह भी दर्शाता है कि पार्टी अब नई और जमीनी नेताओं को प्राथमिकता दे रही है।
  • महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने की बीजेपी की नीति के तहत यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है।

दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय

रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। उनके सामने चुनौतियां बड़ी हैं – जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना, विकास को रफ्तार देना, और विपक्ष के हमलों का सामना करना

बीजेपी का यह दांव कितना कारगर साबित होता है, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा। लेकिन इतना तय है कि दिल्ली की राजनीति में यह बदलाव ऐतिहासिक है और इससे राज्य की सियासत में नई दिशा देखने को मिलेगी।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.