चुनाव आयोग ने भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल को आखिर क्यों भेजा “कारण बताओ” नोटिस ?

समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 16सितंबर। भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल पर नामांकनपत्र दाखिल करने के बाद ही मुसीबतों की पहाड़ गिर पड़ी। पार्टी में शामिल होने पर उत्साहित प्रियंका ने कोविड प्रोटोकाल के नियमों की अनदेखी की जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ा। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में उपचुनाव के लिए प्रियंका टिबरेवाल को नामांकनपत्र दाखिल करते समय बड़ी संख्या में समर्थकों को इकट्ठा कर कोविड प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसी उपचुनाव के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नामांकन पर भाजपा ने मंगलवार को इस आधार पर आपत्ति जताई थी कि उन्होंने अपने हलफनामे में यह जानकारी छिपाई है कि उनके खिलाफ असम में कई मामले दर्ज हैं।

तो तृणमूल कांग्रेस भी पिछे नही रहा और उसने भी शिकायत दर्ज कराई जिसमें यह आरोप लगाया कि प्रियंका टिबरेवाल ने बिना किसी पूर्व अनुमति के लगभग 500 समर्थकों की अनियंत्रित भीड़ को इकट्ठा करके आदर्श आचार संहिता और कोविड से संबंधित दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया। तृणमूल ने दावा किया कि उन्होंने अपना नामांकन दाखिल करने के रास्ते में धुनुची नाच (आमतौर पर दुर्गा पूजा के दौरान किया जाने वाला पारंपरिक बंगाली नृत्य) भी किया। रिटर्निग ऑफिसर द्वारा जारी नोटिस में भवानीपुर थाने के प्रभारी अधिकारी द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें उन्होंने शंभूनाथ पंडित स्ट्रीट और अन्य स्थानों पर भाजपा समर्थकों की एक बड़ी सभा के बाद यातायात की भीड़ का उल्लेख किया है।

हालांकि, प्रियंका टिबरेवाल ने इस आरोप को नकराते हुए कहा कि शुभेंदु अधिकारी मेरे वाहन में अकेले थे, कोई और नहीं था। अर्जुन सिंह और दिनेश त्रिवेदी अपने स्वयं के वाहन में आए थे, तो मैंने आचार संहिता का उल्लंघन कैसे किया? मेरे वाहन में कोई झंडा भी नहीं था। समर्थकों को अपने साथ ले जाने के आरोप पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा, मैंने किसी भीड़ का नेतृत्व नहीं किया। यह देखना मेरा कर्तव्य नहीं है कि बाइक और चौपहिया वाहनों पर सड़कों पर कौन थे।

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