लता ने क्यों नहीं की शादी? 30 हजार से ज्यादा गाने, जानिएं सुरों की ‘महारानी’ से जुड़ी यादें

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 फरवरी। लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पिछले काफी वक्त से वह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में एडमिट थीं। उनके गुजर जाने के बाद अब लता मंगेशकर की रुहानी आवाज और उनसे जुड़ी यादें ही पीछे रह गई हैं। लता मंगेशकर की निजी जिंदगी के बारे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि उन्होंने शादी क्यों नहीं की थी। हालांकि कम ही लोग जानते हैं कि लता मंगेशकर को भी प्यार हुआ था और वह भी शादी करना चाहती थीं। उन्होंने लगभग 3 हजार से भी ज्यादा गानों में अपनी आवाज दी।

छोटी उम्र में ही मिल गई थी बड़ी जिम्मेदारी

लता मंगेशकर के शादी नहीं करने के पीछे 2 बड़ी वजहें थीं। एक तो लता मंगेशकर छोटी उम्र से ही अपने भाई-बहनों, मीना, आशा, उषा और हृदयनाथ को संभाल रही थीं। उन्हें पढ़ाने लिखाने और काबिल बनाने में लता दीदी की काफी उम्र बीत गई। इसके बाद एक बार जब उन्होंने शादी का मन बनाया तो किस्मत ने साथ नहीं दिया था।

राज सिंह डूंगरपुर से हो गया था प्रेम

खबरों के मुताबिक दिवंगत क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह डूंगरपुर, लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के करीबी दोस्त थे। राज सिंह राजस्थान के शाही परिवार से ताल्लुक रखते थे और डूंगरपुर के तत्कालीन राजा स्वर्गीय महारावल लक्ष्मण सिंहजी के सबसे छोटे बेटे थे। दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला बढ़ा और लता मंगेशकर को उनसे प्यार हो गया।

क्यों नहीं हो पाई थी दोनों की शादी?

कहते हैं कि लता उन्हें प्यार से मिट्ठू कहकर बुलाती थीं। दोनों शादी का मन बना रहे थे लेकिन जब महारावल लक्ष्मण सिंहजी ने शादी होने से मना कर दिया। वजह ये थी कि लता मंगेशकर एक शाही परिवार से नहीं थी और महारावल लक्ष्मण अपने बेटे राज सिंह की शादी एक आम लड़की से नहीं करना चाहते थे। इसके बाद लता मंगेशकर जीवन भर कुंवारी रहीं।

भारत रत्न से सम्मानित हुई थी लता मंगेशकर

28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। उनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फिल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है। लता की जादुई आवाज के भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। लता मंगेशकर को भारत सरकार ने ‘भारतरत्न’ से सम्मानित किया था।

लता दीदी ने गाए 30 हजार से ज्यादा सदाबहार गाने, कायल थी दुनिया

पूरी दुनिया में अपनी सुरीली आवाज के लिए पहचानी जाने वाली लता मंगेशकर को जब भी हम सुनते हैं उसी पल हमारा मन शांत हो जाता है। आज भी उनके सदाबाहर गाने लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। लता मंगेशकर को भारत की स्वर कोकिला कहा जाता था। हिंदी सिनेमा में उनके नाम को सम्मान से लिया जाता है। लता मंगेशकर की आवाज ने कभी देशभक्ति का जज्बा जगाया, तो कभी दिल की बात को कहने का आयाम दिया। कई बार उनके दर्द भरे गीतों को सुनकर आंखों में आंसू आ जाते हैं।

जानिएं उनके सदाबहार गानों के बारे में

–          ‘लग जा गले’ एक ऐसा गाना जो नई और पुरानी दोनों जेनरेशन के लोगों को पसंद है। शायद ही कोई होगा, जो इसकी मधुर धुन सुनकर गुन-गुनाना शुरू न कर दें। फिल्म ‘वो कौन थी’ के इस गाने में हर कोई खो जाता है।

–          साल 1970 में आई देवानंद की सुपरहिट फिल्म ‘प्रेम पुजारी’ का गाना ‘रंगीला रे’ के बोल आज भी लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। इस गाने में लता दीदी ने अपनी सुरीली आवाज दी थी।

–          साल 1972 में हिंदी फिल्म ‘शोर’ का गाना ‘एक प्यार का नगमा है’ सदाबाहर गीत है। इस गीत को लता मंगेशकर ने गाया था और इसका संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने दिया था।

–          आजा पिया तोहे प्यार दूं:ये गाना 1967 में आई राजेश खन्ना की फिल्म ‘बहारों के सपने’ का है. इस गाने को आशा पारीक और राजेश खन्ना पर फिल्माया गया था।

–          ‘ए मेरे वतन के लोगों जरा आंखों में भर लो पानी’… देशभक्ति गीत है, जिसे आज भी सुनकर लोगों के आंखों में आंसू आ जाते हैं। इस गीत को कवि प्रदीप ने लिखा था। इस गीत को सी. राम चंद्र ने सजाया था और लता मंगेशकर ने अपनी सुरीली आवाज दी थी।

–          मेरे ख्वाबों में जो आएः1995 में शाहरुख खान और काजोल की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का ये गाना आज भी लड़कियों को पसंद है। इस गाने पर आज भी लड़कियां डांस परफॉर्मेंस देती हैं। काजल की चुलबुली अदाएं और लता जी की सुरीली आवाज ने इस गाने को एवरग्रीन बना दिया है।

–          फिल्म ‘अजनबी’ का ‘भीगी भीगी रातों में’ अपने जमाने के टॉप रोमांटिक गानों मे से एक था. इस गाने को लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने मिलकर गाया था।

–          सलाम ए इशकः अमिताभ और रेखा की शानदार फिल्म ‘शिंकदर’ का गाना ‘सलाम ए इश्क’ आज भी लोगों के जुबान पर चढ़ा है।

–          राजकपूर की सुपरहिट फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ का टाइटल सॉन्ग कोई नहीं भूल सकता है। फिल्म के सभी गाने ब्लॉकबस्टर हिट हुए थे।

–          अमिताभ और रेखा की आइकोनिक जोड़ी पर फिल्माया गाना ‘परदेसिया ये सच है पिया’ को लता मंगेशकर ने अपनी सुरीली आवाज में गाया था। ये फिल्म ‘मिस्टर नटवरलाल’ का गाना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।”

बॉलीवुड इंडस्ट्री ने जताया दुख

लता मंगेशकर के निधन के समाचार से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है। तमाम संगीतकारों ने उनके निधन को बड़ी क्षति बताया है। इससे पहले शनिवार की रोज लता की बहन आशा भोंसले ने अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था। जब आशा अस्पताल से बाहर निकलीं थी तो उनके चेहरे पर मायूसी से अंदाजा लग गया था कि लता मंगेशकर की हालत ठीक नहीं है। उसके बाद रविवार यानि आज लता मंगेशकर के निधन की पुष्टि हुई।

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