समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 जनवरी। दुनिया में जब भी बड़े युद्ध या सैन्य संघर्ष होते हैं, तो कुछ देश खुद को तटस्थ घोषित कर देते हैं। ऐसे देशों का दावा होता है कि वे किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करेंगे और शांति बनाए रखने की कोशिश करेंगे। लेकिन क्या तटस्थ रहना वास्तव में युद्ध के खतरे से बचा सकता है? यह सवाल आज के वैश्विक परिदृश्य में बेहद अहम हो गया है।
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