समग्र समाचार सेवा
मुंबई,13 दिसंबर।
विश्व हिंदू आर्थिक मंच (WHEF) 2024 शुक्रवार से मुंबई में शुरू होने जा रहा है, जिसका उद्देश्य भारत की यात्रा को वैश्विक आर्थिक नेता बनने की ओर प्रगति दिलाना है। इस मंच पर आर्थिक रणनीतियों, प्रौद्योगिकी नवाचार और आत्मनिर्भरता पर प्रमुख चर्चाएँ की जाएंगी, जिसमें प्रतिष्ठित नेता, नीति निर्माता और उद्योग विशेषज्ञ भाग लेंगे।
पहला सत्र सुबह 10:00 बजे वीडियो और श्री रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ शुरू होगा। इसके बाद WHEF 2024 आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री राजेश शर्मा द्वारा स्वागत भाषण दिया जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस “महाराष्ट्र को तीव्र विकास की दिशा में आगे बढ़ाना” पर मुख्य भाषण देंगे, जबकि पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त और Aarin Capital के अध्यक्ष श्री टी.वी. मोहनदास पई “2047 तक विकसीत भारत की ओर बढ़ना” विषय पर बात करेंगे।
पहला दिन: सुबह के सत्र
- हिंदू अर्थव्यवस्था और ऋषियों की बुद्धि: स्वामी विज्ञानानंद द्वारा पारंपरिक आर्थिक ज्ञान और उसके आधुनिक अनुप्रयोगों पर चर्चा।
- भारत-इज़राइल मैत्री परियोजना: श्री येशायाह रोसेनमैन द्वारा द्विपक्षीय आर्थिक और तकनीकी सहयोग को उजागर करना।
- गोवा की प्रगति की दिशा में विकसीत भारत: गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत द्वारा राज्य के भारत के विकास में योगदान पर चर्चा।
दोपहर के सत्र: लचीला पूंजी बाजार
दोपहर के सत्र की शुरुआत भारत की बढ़ती निवेश रुचि पर चर्चाओं से होगी, जिसकी अध्यक्षता श्री निखिल नायक करेंगे, और इसमें निम्नलिखित प्रमुख चर्चाएँ शामिल होंगी:
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और घरेलू बचत: श्री निलेश शाह, MD, कोटक एएमसी द्वारा चर्चा।
- शेयर बाजारों की भूमिका: श्री आशीष कुमार चौहान, MD और CEO, NSE द्वारा प्रस्तुति।
- पूंजी बाजार स्थिरता के लिए नियामक ढांचा: श्री वी.एस. सुंदरसन, ED, SEBI द्वारा चर्चा।
समांतर सत्र
3:45 PM से 5:00 PM तक विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों पर समांतर सत्र आयोजित होंगे:
- नवीकरणीय ऊर्जा: सौर, पवन ऊर्जा और हरे हाइड्रोजन पर चर्चा, श्री कपिल महेश्वरी और डॉ. श्रीकांत पाणिग्रही द्वारा।
- स्टार्टअप्स और नवाचार: स्टार्टअप्स के विस्तार और कॉर्पोरेट साझेदारियों पर रणनीतियाँ, श्री निखिल गुप्ता और श्री अमेय मशेलकर द्वारा।
- रक्षा और एयरोस्पेस: रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता पर चर्चा, श्री अमित कल्याणी और भारत के रक्षा निर्यात को बढ़ाने पर श्री जयंत पटेल द्वारा।
- फार्मास्यूटिकल्स: भारत के “विश्व की दवा केंद्र” बनने पर चर्चा, श्री रामनारायण पारही और श्रीमती शीतल रंगनाथन द्वारा।
- वस्त्र उद्योग: टिकाऊ नवाचार और निर्यात की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करना, श्री राजेन उडेसी और श्री राजेंद्र अग्रवाल द्वारा।
- रियल एस्टेट: स्मार्ट शहरों और टिकाऊ निर्माण प्रथाओं पर चर्चा, श्री अभिषेक लोढ़ा और श्री निरंजन हिरानंदानी द्वारा।
समाप्ति सत्र और भविष्य की घोषणाएँ
दिन का समापन WHEF लॉन्च पैड से होगा, जो उद्योगों में विकास को प्रोत्साहित करने का मंच प्रदान करेगा। भविष्य की सम्मेलन घोषणाएँ इस प्रकार हैं:
- WHEF 2025: एडिलेड, ऑस्ट्रेलिया।
- विश्व हिंदू कांग्रेस 2026: मुंबई।
- WHEF 2027: काठमांडू, नेपाल, जिसमें क्षेत्रीय आर्थिक विकास के लिए इसके महत्व पर प्रमुख वक्ताओं द्वारा चर्चा की जाएगी।
WHEF 2024 का उद्देश्य एक व्यापक एजेंडा और विभिन्न उद्योगों के नेताओं की भागीदारी के साथ भारत की यात्रा को 2047 तक वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की दिशा में कार्रवाई योग्य रोडमैप तैयार करना है।
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