समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18दिसंबर।‘सर्वश्रेष्ठ आत्मकेन्द्रित शैली के लेखक’ और वर्तमान विश्व सिनेमा की सबसे सम्मानित हस्तियों में से एक, हंगरी के फिल्म निर्माता बेला तार निर्देशन और पटकथा लेखन विभाग में डिप्लोमा के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए फिल्म निर्देशन में पांच-दिवसीय मास्टरक्लास आयोजित करने के लिए पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पहुंचे हैं। उनकी फिल्मों, जिनमें वेर्कमेस्टर हार्मोनीज़ (2000), द ट्यूरिन हॉर्स (2011) और ब्लैक एंड व्हाइट में ह्रदय में गहराई तक उतर जाने वाली कालजयी सतान्तांगो (1994) शामिल हैं, ने हर जगह एक शैली को प्रेरित किया है।
विस्तारित लंबे टेक, स्थान और समय के विभिन्न चरणों में कलात्मक रूप से कोरियोग्राफ की गई उनकी फिल्में विशेष रूप से वर्तमान समय में जीवन से जुड़ी दार्शनिक एवं काव्यात्मक प्रश्नों का विश्लेषण करती हुई अपने पात्रों और उनकी आसपास की दुनिया को ‘वास्तविक’ गहरा अर्थ प्रदान करती हैं। सिनेमाई अभिव्यक्ति में प्रयोग की संस्थान की समृद्ध विरासत और सार्थक सिनेमा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के साथ एफटीआईआई में मास्टर की उपस्थिति, निर्देशन और पटकथा लेखन विभाग के साथ-साथ अन्य सभी विशेषज्ञता वाले विभागों के वर्तमान छात्रों की ललक को प्रेरित और मार्गदर्शन करने में मदद करेगी।
श्री बेला तार रविवार (यानी 18 दिसंबर, 2022) को एफटीआईआई परिसर में छात्र समुदाय के लिए एक सत्र भी आयोजित करेंगे, जहां वे सिनेमाई रूप में अपने अनूठे अन्वेषणों को साझा करेंगे, जिससे वृहद छात्र समुदाय की सिनेमाई आकांक्षाओं को निखारने में मदद मिलेगी। कोलकाता स्थित सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट के छात्र इस खुले सत्र में ऑनलाइन शामिल होंगे।
बेला तार केरल के प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव द्वारा प्रदान की गई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (2022) को प्राप्त करने के लिए भारत आए थे। एफटीआईआई के निदेशक प्रोफेसर संदीप शहारे ने इस मास्टरक्लास के आयोजन के लिए निर्देशन और पटकथा लेखन विभाग को बधाई दी।
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