यमुना का पानी पहुंचा यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक, सिविल लाइंस में बाढ़ से हाहाकार

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 सितंबर: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर से ऊपर पहुंच गया है। हालात इतने बिगड़ गए कि यमुना का पानी यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक पहुंच गया। इसके चलते दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने अलर्ट जारी किया है और यात्रियों को सतर्क रहने की अपील की है। वहीं, दिल्ली का सिविल लाइंस इलाका भी बाढ़ की चपेट में आ गया है, जिससे राजधानी में अफरा-तफरी मच गई है।

यमुना बैंक मेट्रो पर DMRC का अलर्ट

DMRC ने बयान जारी करते हुए कहा कि फिलहाल मेट्रो सेवाएं पूरी तरह बंद नहीं की गई हैं, लेकिन यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के आसपास पानी भरने का खतरा बढ़ गया है। स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वारों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और केवल जरूरी काम होने पर ही इस मार्ग का इस्तेमाल करें।

सिविल लाइंस में जलभराव, लोगों की मुश्किलें बढ़ीं

दिल्ली का सिविल लाइंस क्षेत्र, जहां कई सरकारी दफ्तर और आवास मौजूद हैं, पानी में डूब गया है। निचले इलाकों में हालात गंभीर हैं। सड़कों पर कमर तक पानी भर गया है, जिससे यातायात ठप हो गया। स्थानीय निवासियों को घरों से निकलने में भारी परेशानी हो रही है। कई जगहों पर बिजली सप्लाई एहतियातन बंद कर दी गई है।

प्रशासन की तैयारी और राहत कार्य

दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें तैनात की हैं। नावों और ट्रैक्टरों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

क्यों बढ़ा यमुना का जलस्तर?

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में उत्तराखंड और हरियाणा में भारी बारिश हुई है। इसके चलते हथिनी कुंड बैराज से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया, जो अब दिल्ली पहुंच चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

आम जनता की मुश्किलें

बाढ़ से प्रभावित इलाकों में लोग पेयजल, बिजली और जरूरी सामानों की कमी से जूझ रहे हैं। स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। बाजार बंद हैं और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था भी बाधित हो गई है।

दिल्ली में यमुना का उफान एक बार फिर से प्रशासन और आम जनता दोनों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जहां एक ओर DMRC ने यात्रियों को अलर्ट किया है, वहीं दूसरी ओर सिविल लाइंस जैसे अहम इलाके में बाढ़ का पानी घुसना राजधानी की नाजुक स्थिति को साफ दर्शाता है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि सरकार और प्रशासन हालात पर कितनी जल्दी काबू पाते हैं।

 

 

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