योगी आदित्यनाथ का विजन 2047: “विकसित उत्तर प्रदेश” के लिए शिक्षा और ग्रामीण विकास पर जोर

समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 10 सितंबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2047 तक “विकसित उत्तर प्रदेश” बनाने का महत्वाकांक्षी विजन प्रस्तुत किया है। इस योजना में ग्रामीण युवाओं के लिए उच्च शिक्षा और बेहतर ग्रामीण बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर दिया गया है। उनका लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश $6 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनकर भारत की आर्थिक वृद्धि में प्रमुख योगदान करे।

शिक्षा में व्यापक सुधार
2017 से पहले उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा में कई चुनौतियां थीं। राज्य में तकनीकी संस्थान सीमित थे और बुनियादी ढांचे की कमी थी। पिछले आठ वर्षों में योगी सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। “एक डिविजन, एक विश्वविद्यालय” योजना के तहत अब 24 राज्य विश्वविद्यालय और 49 निजी विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं। तकनीकी शिक्षा के विस्तार के लिए 3,310 आईटीआई और 2,138 पॉलिटेक्निक संस्थान बनाए गए। 150 से अधिक सरकारी आईटीआई को टाटा टेक्नोलॉजीज के सहयोग से आधुनिक बनाया गया।

ग्रामीण बुनियादी ढांचे पर ध्यान
ग्रामीण क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। विभिन्न योजनाओं के तहत 56.90 लाख परिवारों को स्थायी आवास प्रदान किया गया। 165 ब्लॉक मुख्यालयों को जोड़ने वाली दो-लेन सड़कों का निर्माण किया गया और 1,385 किमी नई सड़कें बनाई गईं। इसके अलावा, 25,000 किमी सड़कों को चौड़ा और मजबूत किया गया। जल सुरक्षा के लिए 550 ग्राम पंचायतों को अटल भूजल योजना से जोड़ा गया और अमृत सरोवर बनाए गए। पंचायत संस्थाओं को नए भवन और सचिवालय प्रदान कर उन्हें सशक्त किया गया।

तकनीकी और डिजिटल युग में युवाओं का विकास
राज्य में युवाओं को डिजिटल युग से जोड़ने के लिए 49.86 लाख टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किए गए। 95 से अधिक संस्थानों को NAAC मान्यता मिली, जबकि 67 संस्थानों को राष्ट्रीय रैंकिंग में शामिल किया गया। ये कदम युवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से उठाए गए हैं।

कृषि और उत्पादन में वैश्विक स्तर की महत्वाकांक्षा
2030 तक ग्रामों को उत्पादन, उत्पादकता और निर्यात में उत्कृष्ट बनाने के लिए बीज पार्क, उन्नत फसल प्रजातियां, फसल विविधीकरण और मजबूत खाद्य प्रसंस्करण प्रणाली पर काम किया जाएगा। 2047 तक अनाज, फल और सब्जियों में विश्वस्तरीय मानक हासिल करने का लक्ष्य है। दूध और अंडा उत्पादन में वैश्विक नेतृत्व भी इसी योजना का हिस्सा है।

आर्थिक वृद्धि और सामाजिक सुरक्षा
उत्तर प्रदेश 2047 तक $6 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखता है, जो भारत की अनुमानित जीडीपी का 20% होगा। इसके लिए 2025 से 16% की औसत विकास दर बनाए रखना आवश्यक है। कुशल कार्यबल, उन्नत ग्रामीण बुनियादी ढांचा और कृषि उत्पादकता राज्य की आय बढ़ाने में योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री की रूपरेखा में पूर्वांचल और बुंदेलखंड को पश्चिमी यूपी के स्तर पर लाकर क्षेत्रीय असमानताओं को समाप्त करना और गरीबी मिटाना शामिल है।
योगी आदित्यनाथ का यह विजन 2047 उत्तर प्रदेश को ‘विकसित भारत @2047’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने के अनुरूप भारत की आर्थिक वृद्धि का प्रमुख इंजन बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।

 

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