इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ योगी का नाम, दोबारा बने उप्र के मुख्यमंत्री, 52 मंत्रियों ने भी ली शपथ
समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 25 मार्च। अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में शपथ लेकर भगवाधारी योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बन गए हैं। पीएम मोदी समते 50 हजार से अधिक मेहमानों की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने योगी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस शपथ के साथ ही योगी के नाम यूपी के कई खास रिकॉर्ड भी दर्ज हो गए हैं।
37 साल बाद किसी सीएम की वापसी
उत्तर प्रदेश में पिछले 37 साल में सत्ता में वापसी करने वाले योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं। योगी से पहले कांग्रेस के नारायण दत्त तिवारी ने 1985 में यह कारनामा किया था। वह अविभाजित यूपी के सीएम थे और लगातार दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। एनडी तिवारी के कार्यकाल के बाद कोई और सीएम सत्ता में वापसी में कामयाब नहीं हुआ था।
केशव प्रसाद मौर्य ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया
योगी आदित्यनाथ सरकार में केशव प्रसाद मौर्य ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। पार्टी में ब्रजेश पाठक का कद बढ़ाया गया है। इससे तय हो गया कि भाजपा अब ब्राह्मणों की लीडरशिप में बदलाव कर रही है। इसी के साथ दो उपमुख्यमंत्री, 16 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभारी और 20 राज्यमंत्री ने शपथ ग्रहण की।
यूपी की सत्ता में वापसी करने वाले कुल पांचवें सीएम
एनडी तिवारी से पहले तीन अन्य मुख्यमंत्री भी सत्ता में वापसी कर चुके थे। 1957 में संपूर्णानंद, 1962 में चंद्रभानु गुप्ता और 1974 में हेमवती नंदन बहुगुणा लगातार दो बार मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे थे। योगी यूपी के 5वें सीएम हैं उन्होंने लगातार दूसरी बार सत्ता संभाली है।
यूपी में वापसी करने वाले बीजेपी के पहले सीएम
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ से पहले कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बन चुके हैं। लेकिन इनमें से कोई भी लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल नहीं कर सके। योगी यूपी में बीजेपी के पहले सीएम हैं जिन्होंने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
15 साल बाद विधायक बना सीएम
यूपी में 15 साल बाद विधानसभा का कोई सदस्य मुख्यमंत्री बना है। पिछले कार्यकाल में योगी जब मुख्यमंत्री बने तब वह लोकसभा के सदस्य थे। लोकसभा की सदस्यता छोड़ने के बाद वह विधान परिषद के सदस्य बने थे। योगी से पहले अखिलेश यादव और मायावती भी एमएलसी के रूप में ही मुख्यमंत्री बने थे।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के मंत्री
– केशव प्रसाद मौर्य – उपमुख्यमंत्री
– ब्रजेश पाठक – उपमुख्यमंत्री
– स्वतंत्र देव सिंह – मंत्री
– सूर्य प्रताप शाही – मंत्री
– सुरेश कुमार खन्ना – मंत्री
– बेबी रानी मौर्य – मंत्री
– लक्ष्मी नारायण चौधरी – मंत्री
– जय वीर सिंह – मंत्री
– धर्मपाल सिंह – मंत्री
– नंद गोपाल नंदी – मंत्री
– भूपेन्द्र सिंह चौधरी – मंत्री
– अनिल राजभर – मंत्री
– जितिन प्रसाद – मंत्री
– राकेश सचान – मंत्री
– अरविंद कुमार शर्मा – मंत्री
– योगेंद्र उपाध्याय – मंत्री
– आशीष पटेल – मंत्री
– संजय निषाद – मंत्री
इन्हें मिला स्वतंत्र प्रभार
– नितिन अग्रवाल – स्वतंत्र प्रभार
– कपिल देव अग्रवाल – स्वतंत्र प्रभार
– रविन्द्र जायसवाल – स्वतंत्र प्रभार
– संदीप सिंह – स्वतंत्र प्रभार
– गुलाब देवी – स्वतंत्र प्रभार
– गिरीष चंद यादव – स्वतंत्र प्रभार
– धर्मवीर प्रजापति – स्वतंत्र प्रभार
– असीम अरुण – स्वतंत्र प्रभार
– जेपीएस राठौर – स्वतंत्र प्रभार
– दयाशंकर सिंह – स्वतंत्र प्रभार
– नरेन्द्र कश्यप – स्वतंत्र प्रभार
– दिनेश प्रताप सिंह – स्वतंत्र प्रभार
– अरुण कुमार सक्सेना – स्वतंत्र प्रभार
– दयाशंकर मिश्र दयालु – स्वतंत्र प्रभार
इन्हें बनाया गया राज्य मंत्री
– मयंकेश्वर शरण सिंह – राज्य मंत्री
– दिनेश खटीक – राज्य मंत्री
– संजीय गौंड – राज्य मंत्री
– बलदेव सिंह औलख – राज्य मंत्री
– अजीत पाल – राज्य मंत्री
– जसवंत सैनी – राज्य मंत्री
– रामकेश निषाद – राज्य मंत्री
– मनोहर लाल ‘मुन्नू कोरी’ – राज्य मंत्री
– संजय गंगवार – राज्य मंत्री
– बृजेश सिंह – राज्य मंत्री
– केपी मलिक – राज्य मंत्री
– सुरेश राही – राज्य मंत्री
– सोमेंद्र तोमर – राज्य मंत्री
– अनूप प्रधान ‘वाल्मीकि’ – राज्य मंत्री
– प्रतिभा शुक्ला – राज्य मंत्री
– राकेश राठौर ‘गुरु’ – राज्य मंत्री
– रजनी तिवारी – राज्य मंत्री
– सतीश शर्मा – राज्य मंत्री
– दानिश आजाद अंसारी – राज्य मंत्री
– विजय लक्ष्मी गौतम – राज्य मंत्री
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