समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15मई। कांग्रेस का चिंतन शिविर तीसरे दिन अपने समापन की ओर बढ़ा. इससे पहले यहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेताओं में जोश भरने का काम किया. साथ ही राहुल गांधी ने कांग्रेस के फिर से सत्ता में लौटने का तरीका भी बताया. राहुल गांधी ने कहा कि वे फिर से जनता के बीच जाएंगे, उनसे रिश्ते मजबूत करेंगे. राहुल गांधी ने साथ नेताओं का हौसला बढ़ाते हुए ये भी कहा कि ये काम इतना आसान नहीं है. उन्होंने नेताओं को कहा कि वे डिप्रेशन में न जाएं क्योंकि लड़ाई लंबी है. इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर चेतावनी देते हुए दावा किया कि देश में आने वाले वक्त में हालात बहुत खराब होने वाले हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वे देश में आग न लगने दें।
दरअसल, चिंतन शिविर के अंतिम दिन राहुल गांधी ने आधे घंटे से ज्यादा वक्त तक नेताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पार्टी के कायाकल्प का मंत्र भी दिया. राहुल गांधी ने कहा कि शॉर्टकट से नहीं पसीना बहाना होगा, तभी वापस जनता से जुड़ेंगे. हम पैदा ही जनता से हुए हैं, यह हमारा डीएनए है, यह संगठन जनता से बना है. हम फिर जनता के बीच जाएंगे. अक्टूबर में पूरी कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी, यात्रा करेगी. जो जनता के साथ रिश्ता है, वह फिर से मजबूत करेंगे. यही एक रास्ता है, और कोई शॉर्टकट से यह नहीं होगा।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ की लड़ाई रीजनल पार्टियां नहीं लड़ सकती। यह लड़ाई केवल कांग्रेस ही लड़ सकती है. रीजनल पार्टियां बीजेपी को नहीं हरा सकती, क्योंकि उनके पास विचारधारा नहीं है, वे अलग-अलग हैं. राहुल गांधी ने इसके साथ ही कहा कि उन्हें कोई डर नहीं है. उन्होंने जिंदगी में एक रुपया किसी ने नहीं लिया, न ही कोई भ्रष्टाचार किया. राहुल ने कहा कि वे सच बोलने से नहीं डरते।
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