विवादित टिप्पणी मामले में यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया (Beer Biceps) से गुवाहाटी क्राइम ब्रांच ने की पूछताछ

समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी,8 मार्च।
मशहूर यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणवीर अल्लाहबादिया, जो ऑनलाइन अपने Beer Biceps नाम से जाने जाते हैं, इन दिनों कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। गुवाहाटी क्राइम ब्रांच ने उनसे “इंडियाज गॉट लैटेंट” शो पर दिए गए विवादित बयानों के मामले में पूछताछ की है। अल्लाहबादिया के खिलाफ दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि उनके बयानों ने सार्वजनिक आक्रोश को जन्म दिया और विभिन्न समूहों की भावनाओं को आहत किया, जिसके चलते उनके खिलाफ कई राज्यों में कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है।

रणवीर अल्लाहबादिया के इस शो में की गई टिप्पणियों को असंवेदनशील और अनुचित माना गया, जिससे देशभर में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। खासतौर पर महिला अधिकार संगठनों ने उनके बयान पर कड़ा विरोध जताया और उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज करवाई। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी संज्ञान लिया है और कहा है कि वे इस मामले में विशेष सुनवाई आयोजित करेंगे।

गुवाहाटी क्राइम ब्रांच द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर अल्लाहबादिया से गहन पूछताछ की गई। पुलिस ने उनके बयान दर्ज किए और उनके बयानों के प्रभावों का विश्लेषण किया जा रहा है। इस जांच को व्यापक रूप से अंजाम दिया जा रहा है और अल्लाहबादिया भी पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने अल्लाहबादिया को अस्थायी रूप से गिरफ्तारी से राहत दी है। हालाँकि, अदालत ने यह भी निर्देश दिया है कि वह पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ पूरी तरह सहयोग करें। यह सुरक्षा उन्हें तत्काल गिरफ्तारी से बचाव प्रदान करती है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होगा।

इस मामले के कारण पूरे देश में चर्चा छिड़ गई है। खासकर महिला अधिकार संगठनों ने सोशल मीडिया पर जवाबदेही की मांग करते हुए अल्लाहबादिया के बयानों पर सख्त कार्रवाई की माँग की है। कई कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की जिम्मेदारी और उनके द्वारा किए गए बयानों के कानूनी नतीजों पर एक महत्वपूर्ण मिसाल बन सकता है।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने घोषणा की है कि वे जल्द ही इस पर विशेष सुनवाई करेंगे। आयोग सोशल मीडिया पर महिला सुरक्षा और गरिमा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करेगा और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदमों पर विचार करेगा।

रणवीर अल्लाहबादिया का यह मामला सोशल मीडिया पर स्वतंत्रता और कानूनी जिम्मेदारी के टकराव को उजागर करता है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रभावशाली व्यक्तियों की बढ़ती पहुंच के साथ, यह देखा जाना बाकी है कि यह मामला भारत में ऑनलाइन कंटेंट क्रिएशन के भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा।

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