उत्तर प्रदेश के कानपुर में जीका वायरस ने मचाया कोहराम, चकेरी इलाके में मिले 6 नए, अलर्ट जारी

समग्र समाचार सेवा
कानपुर, 1नवंबर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चकेरी इलाके में 6 और लोग जीका वायरस पॉजिटिव हो गए है। शहर में जीका वायरस के मामलों की कुल संख्या बढ़कर अब 10 हो गई है. लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) लैब की रविवार को आई रिपोर्ट में एक गर्भवती महिला और दो पुरुषों समेत चार महिलाओं में जीका वायरस का संक्रमण पाया गया है।

कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी. अय्यर, स्वास्थ्य और नागरिक विभागों की एक टीम के साथ क्षेत्र का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। चिकित्सा टीमों ने अब तक शहर के चकेरी इलाके में जीका वायरस प्रभावित इलाकों से 645 संदिग्ध रोगसूचक, बुखार से पीड़ित और गर्भवती महिलाओं के नमूने इक्ठ्ठे किए हैं। उनके नमूने लखनऊ में केजीएमयू लैब और पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजे गए हैं।
उत्तर प्रदेश के संचारी रोग विभाग के निदेशक जीएस बाजपेयी ने कहा कि कांशीराम अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है, जहां लखनऊ के जीका वायरस के मरीजों को भर्ती किया गया है। वार्ड में मरीजों को मच्छरदानी के अंदर रखा गया है। कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), नेपाल सिंह ने कहा, “सभी संक्रमित व्यक्ति वायु सेना स्टेशन क्षेत्र के बाहर के हैं. वे चकेरी के हरजिंदर नगर लाल बांग्ला, पूनम टॉकीज, लालकुर्ती कैंट, ओमपुरवा और काली बाड़ी इलाकों में रहने वाले नागरिक हैं. सभी प्रभावित इलाकों में चिकित्सा और नागरिक टीमों द्वारा एंटी-लार्वा स्प्रे किया जा रहा है।”

शनिवार को वायुसेना के दो कर्मचारियों समेत तीन और लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए। 23 अक्टूबर को पहले संक्रमित मामले का पता चलने के बाद केंद्र ने राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और राम मनोहर लोहिया अस्पताल से एक उच्च-स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक टीम भेजी थी, जिसमें एक कीटविज्ञानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीका वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार, राज्य का स्वास्थ्य विभाग बड़े पैमाने पर स्वच्छता, राज्यव्यापी निगरानी अभियान, लार्वा विरोधी रसायनों के छिड़काव, फॉगिंग और स्वच्छता अभियान का व्यापक अभ्यास कर रहा है। वायरल फीवर, वेक्टर जनित बीमारियों और अन्य लक्षणों वाले मरीजों की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर जांच कर रहे हैं।

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