जुबीन गर्ग केस: एनईआईएफ आयोजक श्यामकानु महंत और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा गिरफ्तार, SIT कर रही जांच

समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी, 1 अक्टूबर: प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की सिंगापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत और उनके प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

बुधवार सुबह पुलिस ने जानकारी दी कि दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर गुवाहाटी लाया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।

सिंगापुर से दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी

पुलिस के अनुसार, श्यामकानु महंत को सिंगापुर से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, सिद्धार्थ शर्मा को गुरुग्राम के एक अपार्टमेंट से पकड़ा गया। इसके बाद दोनों को गुवाहाटी लाकर जांच अधिकारियों के सामने पेश किया गया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में दोनों से कार्यक्रम के आयोजन और जुबीन गर्ग की सुरक्षा व्यवस्थाओं से जुड़े कई सवाल पूछे गए हैं।

SIT कर रही है मामले की जांच

असम सरकार ने 19 सितंबर को जुबीन गर्ग की मौत की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। यह टीम विशेष डीजीपी एमपी गुप्ता की अध्यक्षता में काम कर रही है।

10 सदस्यीय इस SIT ने श्यामकानु, सिद्धार्थ और सिंगापुर असम एसोसिएशन के कई सदस्यों को नोटिस जारी कर उनके बयान दर्ज कराने को कहा है। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सिंगापुर में जुबीन गर्ग की सुरक्षा में लापरवाही हुई या उनकी मौत के पीछे कोई बड़ी साजिश थी।

लुकआउट नोटिस और इंटरपोल अलर्ट

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले ही कहा था कि इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया था कि श्यामकानु महंत और सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से लुकआउट नोटिस जारी किया गया था।

नोटिस में उन्हें 6 अक्टूबर तक सीआईडी (CID) के सामने पेश होने का आदेश दिया गया था। लेकिन इससे पहले ही दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जुबीन गर्ग की मौत से उठे सवाल

13 सितंबर को गायक जुबीन गर्ग की सिंगापुर में समुद्र में डूबने से मौत हो गई थी। इस खबर ने पूरे देश, खासकर असम और उत्तर-पूर्व भारत में गहरा आघात पहुँचाया था।

उनकी मौत के बाद से ही परिवार और प्रशंसक लगातार निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे। कई सवाल उठे कि कार्यक्रम के आयोजकों ने सुरक्षा को लेकर पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किए और जुबीन को जोखिम में क्यों डाला गया।

फिलहाल पुलिस और SIT दोनों इस मामले में गंभीरता से जांच कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ और सबूतों के आधार पर आगे और गिरफ्तारियाँ भी हो सकती हैं।

जुबीन गर्ग के प्रशंसक और संगीत प्रेमी इस जांच से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए और दोषियों को सख्त सजा मिले।

 

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