समग्र समाचार सेवा
सिंगापुर / असम, 4 अक्टूबर: लोकप्रिय गायक और सांस्कृतिक प्रतीक ज़ुबिन गर्ग की मृत्यु की जांच में एक नया मोड़ आया है। उनके बैंडमेट और गवाह शेखर ज्योति गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि गर्ग के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल आयोजक श्यामकानू महंता ने उन्हें जहर दिया और उनकी मृत्यु को साधारण दुर्घटना के रूप में पेश करने की साजिश रची।
गोस्वामी का बयान भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के तहत दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि गर्ग के सिंगापुर में निधन से कुछ घंटे पहले ही शर्मा का व्यवहार अत्यंत संदिग्ध था। शर्मा, जिनके खिलाफ FIR दर्ज है, गैर-जमानती अपराधों जैसे कि आपराधिक साजिश, हत्या और हत्या से कम गंभीर हत्याकांड के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
गोस्वामी ने क्या कहा?
गोस्वामी ने कहा कि जिस यॉट पर यह दुखद घटना हुई, उस दौरान आरोपी ने यॉट पर सवार नाविक से जबरदस्ती नियंत्रण ले लिया, जिससे यॉट समुद्र में अस्थिर हो गया और सभी यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई। उन्होंने यह भी बताया कि शर्मा ने असम एसोसिएशन (सिंगापुर) के सदस्य और NRI तन्मय फुकन को ड्रिंक की व्यवस्था न करने के लिए कहा और खुद ही सभी पेय देने का दावा किया।
गोस्वामी ने कहा कि जब गर्ग सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहे थे और डूबने के कगार पर थे, तब शर्मा को बार-बार कहते हुए सुना गया, “जाबो दे, जाबो दे” यानी “छोड़ दो, छोड़ दो”। उन्होंने यह भी कहा कि गर्ग एक प्रशिक्षित तैराक थे और उन्होंने स्वयं गोस्वामी और शर्मा दोनों को तैराकी सिखाई थी, इसलिए उनकी मृत्यु डूबने से नहीं हो सकती।
गोस्वामी ने आरोप लगाया कि शर्मा और महंता ने गर्ग को जहर दिया और साजिश को छिपाने के लिए जानबूझकर सिंगापुर को घटना स्थल बनाया। उन्होंने यह भी दावा किया कि शर्मा ने उन्हें यॉट के किसी भी वीडियो को किसी के साथ साझा न करने के लिए निर्देश दिया।
इस खुलासे के बाद जांच की दिशा और गंभीर हो गई है। पुलिस और जांच एजेंसियों ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं में कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच, गायक के प्रशंसक और सांस्कृतिक जगत के लोग इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं।
इस केस ने न केवल ज़ुबिन गर्ग के परिवार और सहयोगियों को झकझोर दिया है, बल्कि सांस्कृतिक और संगीत जगत में भी हलचल मचा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर गोस्वामी के आरोप साबित होते हैं, तो यह मामले की गंभीरता को और बढ़ा देगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन सकता है।
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