समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 दिसंबर। उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कुल 7 राज्यों में सबसे पहले जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी का इस्तेमाल किया जाएगा. इन राज्यों को उन जिलों की पहचान करने को कहा गया है जहां ज्यादा संख्या में लोगों ने अबतक कोरोना टीके की पहली खुराक भी नहीं ली है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण न गुरुवार के दिन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेश के साथ हर घर दस्तक अभियान पर समीक्षा की. बता दें कि उन्होंने सात राज्यों व उन जिलों की पहचान करने को कहा जहां ज्यादा संख्या में लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक नहीं ली है. जायकोव डी की खुराक इन जिलों में ही दिए जाएंगे. इन 7 राज्यों में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल शामिल है।
हर घर दस्तक अभियान के लाभ
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राजेश भूषण की मानें तो घर घर टीकाकरण अभियान हर घर दस्तक के कारण 30 नवंबर तक पहली खुराक लेने वालों की संख्या में 5.9 फीसदी और दूसरी खुराक लेने वालों की संख्या में 11.7 फीसदी की वृद्धि हुई है. बता दें कि जायकोव-डी को फिलहाल सात राज्यों के वयस्कों को लगाया जाएगा. बता दें कि यह पहला टीका है जिसे भारत के औषधि नियामक ने 12 वर्ष और इससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की मंजूरी दी है।
बता दें कि हर घर दस्तक अभियान का उद्देश्य घर घर जाकर सभी पात्र लाभार्थियों को जागरूक करना, एकत्रित करना तथा टीका लगाना है. बता दें कि इस अभियान के जरिए टीकाकरण की गति को बढ़ाया जा रहा है. बता दें कि देश में अबतक 12 करोड़ लाभार्थी ऐसे हैं जिन्होंने अबतक दूसरी खुराक नहीं ली है।
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