छह किस्तों में चार रुपये बढ़ चुकी है पेट्रोल की कीमत

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 28 मार्च। पेट्रोल और डीजल की कीमत  में तेजी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज फिर पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी कर दी। पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे और डीजल में 35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया गया है। पिछले सात दिन में छठी बार पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही दिल्ली में दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपये और डीजल की कीमत 90.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

22 मार्च को पहली बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ

चार नवंबर के बाद 22 मार्च को पहली बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव का सिलसिला शुरू हुआ था। पिछले सात दिन में पेट्रोल की कीमत में चार रुपये और डीजल की कीमत 4.10 रुपये का इजाफा हुआ है। इस बढ़ोतरी के बाद मुंबई में अब पेट्रोल की कीमत 114.19 रुपये और डीजल 98.50 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह चेन्नई में पेट्रोल 105.18 रुपये और डीजल 95.33 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में अब पेट्रोल के लिए 108.85 रुपये चुकाने होंगे, जबकि डीजल के लिए 93.92 रुपये देने पड़ेंगे।

छह दिन में ही चार रुपये महंगा हुआ पेट्रोल

पिछले साल नवंबर से इस साल 21 मार्च तक पेट्रोल के दाम स्थिर रहे। इस बीच उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव का कार्यक्रम चला। इन राज्यों में चुनाव खत्म होते ही 22 मार्च 2022 से पेट्रोलियम ईंधनों में दाम वृद्धि का सिलसिला शुरू हुआ। तब से सिर्फ एक दिन छोड़ कर शेष छह दिन दाम बढ़े। इस तरह से छह दिनों में ही पेट्रोल चार रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया।

छह दिन में ही डीजल हुआ 4.10 रुपये महंगा

पिछले साल सितंबर के बाद पेट्रोल के मुकाबले डीजल का बाजार  ज्यादा तेज हुआ था। कारोबारी लिहाज से देखें तो पेट्रोल के मुकाबले डीजल बनाना महंगा पड़ता है। लेकिन भारत के खुले बाजार में पेट्रोल महंगा बिकता है और डीजल सस्ता बिकता है। इस साल 22 मार्च से डीजल की कीमतें पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा बढ़ी हैं। इस बीच छह किस्तों में ही डीजल 4.10 रुपये महंगा हो गया है।

कितनी बढ़ सकती है कीमत

मूडीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए तेल कंपनियों आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की थी जिससे उन्हें 19,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस दौरान आईओसी को एक से 1.1 अरब डॉलर, बीपीसीएल तथा एचपीसीएल को प्रत्येक को 55 से 65 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ। क्रिसिल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत में 15 से 20 रुपये का इजाफा करना होगा। इस लिहाज से देखें तो पेट्रोल-डीजल की कीमत में अभी और 18 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।

कच्चे तेल में नरमी

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से ही कच्चे तेल के बाजार में भारी उठा पटक जारी है। इस दौरान एक समय ऐसा आया कि कच्चा तेल प्रति बैरल 139 डॉलर के पार चला गया था जो 2008 के बाद इसका उच्चतम स्तर था। हालांकि बीच में यह फिर वापस आया था और 100 डॉलर से भी नीचे चला गया था। आज शुरुआती कारोबार में इसमें नरमी दिख रही है। ब्रेंट क्रूड 2.66 फीसदी की गिरावट के साथ 117.4 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है। डब्ल्यूटीआई क्रूड में भी 2.98 फीसदी की गिरावट आई है।

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