कुमार राकेश
नई दिल्ली: मौनसून सत्र का पहला दिन शांतिपूर्ण होने पर राज्य सभा के सभापति वैंकया नायडू ने सभी पार्टियों का धन्यवाद किया। सासदों द्वारा प्रश्नकाल को पूरी तरह से उपयोग करने पर नायडू ने सभी पार्टियों को बधाई दी। नायडू ने सभी से कामने करते हुए कहा की इसी तरह की संसदीय गरिमा को बनाए रखने का काम आगे भी पार्टी बनाए रखें।
लंच से पूर्व राज्य सभा द्वारा दो मुख्य बिल ‘एस्टेट बैंक संसोधन बिल’ और ‘अचल संपत्ति मांग व अधिकरण संसोधन बिल’ को मंजूरी दी गई।
तुलनात्मक तरीके से देखा जाए तो पिछले साल हुए राज्य सभा के शीत सत्र की 13 बैठकों में से केवल 5 दिन ही प्रश्नकाल हुआ और इस साल हुए बजट सत्र की 30 बैठकों में से केवल 1 दिन ही प्रश्नकाल हुआ।
मौनसून सत्र के पहले ही दिन प्रश्नकाल का होना ये संकेत जरुर देता है की ये सत्र पिछले दो सत्रों की तरह ठप नही होने वाला, हालांकि टीडीपी के सांसदों द्वारा लगातार ‘आंध्र प्रदेश पुर्नगठन अधिनियम’ को सही तरीके से लागू करने की मांग उठाई गयी।
इससे पहले वैकेंया नायडू ने राज्य सभा के सभी 6 पैनल सभापतियों के साथ मुलाकात की जिसमें सत्र को सुचारु रुप से चलाने को लेकर बातचीप हुई। आपको बता दें की राज्य सभा में अभी उप-सभापति की जगह खाली है।
6 पैनल सभापतियों में बीजेपी के सत्यनारायण जातिया, कांग्रेस के भुवनेश्वर कालिठा, तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर, सीपीएम के टीके रंगराजन और जदयू के काकाशन प्रवीन शामिल थे।
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