समग्र समाचार सेवा
वाशिंगटन, 14जुलाई। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन ही सबसे अहम माना जा रहा है लेकिन सभी दुनिया भर में वैक्सीन का उत्पादन बहुत कम देश ही कर पा रहे है लेकिन अमेरिका सभी देशों को कोरोना वैक्सीन देने के तैयार है। जिसके माध्यम से वह सबके साथ अपने रिश्ते भी मजबूत कर सकता है। भारत को भी कोविड वैक्सीन देने के लिए अमेरिका पूरी तरह तैयार है लेकिन अब इसमें देर भारत सरकार की ओर से ही हो रही है। जानकारी के मुताबिक वाशिंगटन की ओर से कहा गया कि कोरोना वैक्सीन के निर्यात की पूरी तैयारी कर ली गई है कि लेकिन वैक्सीन डोनेशन के लिए कानूनी प्राविधानों की समीक्षा को लेकर भारत को समय चाहिए। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने न्यूज कॉन्फ्रेंस में बताया, ‘हमें भारत सरकार से ग्रीन लाइट का इंतजार है क्योंकि हम वैक्सीन के निर्यात के लिए तैयार हैं।
बाइडन प्रशासन ने ऐलान किया है कि भारत समेत दुनिया भर के देशों को यह वैक्सीन की 80 मिलियन खुराकें देगा। हाल में ही अमेरिका से वैक्सीन की खेप पाकिस्तन, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश समेत दुनिया भर के कई देशों में भेजी गई। भारत में इस तरह की आपातकालीन आयात से जुड़ी कुछ कानूनी प्राविधान हैं जिसके पूरा होते ही वैक्सीन की खेप अमेरिका से पहुंच जाएगी।
अमेरिका की ओर से भारत को 3-4 मिलियन मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन मिलने का इंतजार है। बता दें कि मॉडर्ना वैक्सीन को भारत के औषधि महानियंत्रक ने देश में आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल चुकी है। वहीं फाइजर की ओर से आपात इस्तेमाल के लिए आवेदन नहीं किया गया है। अमेरिका ने कहा है कि जिन देशों को वाशिंगटन की ओर से कोरोना वैक्सीन भेजी जा रही है वहां कानून और वैक्सीन लेने के लिए जरूरी नियमों का ध्यान रखना जरूरी है। इससे आसानी से उन्हें यह मदद की जा सकेगी।
अमेरिक का तरफ से कहा गया है कि हमने वैक्सीन की मदद कई देशों को दी है जिसमें दक्षिण एशिया में हम अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका को लाखों खुराकें दे रहे हैं। दुनिया भर में अब तक लगभग 40 मिलियन खुराक वितरित हो चुके हैं।
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