केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चरण-IV की परियोजनाओं के दो गलियारों यानी (i) लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और (ii) इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ को मंजूरी दी

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,14 मार्च। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चरण-IV की परियोजना के दो नए गलियारों को मंजूरी दे दी, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो की कनेक्टिविटी और बेहतर होने की उम्मीद है।

ये दो गलियारे हैं;
अ) इन्द्रलोक-इन्द्रप्रस्थ 12.377 किलोमीटर

ब) लाजपत नगर- साकेत जी ब्लॉक 8.385 किलोमीटर

परियोजना लागत और वित्त पोषण
दिल्ली मेट्रो के चरण-IV की परियोजना के इन दोनों गलियारों की कुल परियोजना लागत 8,399 करोड़ रुपये है, जिसकी व्यवस्था भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से की जाएगी।

इन दोनों लाइनों में कुल 20.762 किलोमीटर का समावेश होगा। इंद्रलोक- इंद्रप्रस्थ गलियारे से ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और यह रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट एवं ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर- साकेत जी ब्लॉक गलियारा सिल्वर, मैजेंटा, पिंक एवं वॉयलेट लाइनों को जोड़ेगा।

लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक गलियारा पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें कुल आठ स्टेशन होंगे। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ गलियारे में 11.349 किलोमीटर लंबी भूमिगत लाइनें और 1.028 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड लाइनें होंगी, जिसमें कुल 10 स्टेशन होंगे।

इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी क्योंकि इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य एवं पूर्वी दिल्ली के विभिन्न अन्य इलाकों में पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में समर्थ होंगे।

इन गलियारों पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे। ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी को उल्लेखनीय रूप से बेहतर बनायेंगे।

दिल्ली मेट्रो पहले से ही अपने विस्तार के चौथे चरण के तहत 65 किलोमीटर के एक नेटवर्क का निर्माण कर रही है। इन नए गलियारों के मार्च 2026 तक विभिन्न चरणों में पूरा होने की उम्मीद है। वर्तमान में, डीएमआरसी 286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का संचालन करता है। दिल्ली मेट्रो अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्कों में से एक है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) ने बोली-पूर्व गतिविधियों और निविदा दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया की शुरुआत पहले ही कर दी है।

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