म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश में 7.7 तीव्रता के भूकंप से भारी तबाही

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 मार्च।
म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश में बुधवार को आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने व्यापक तबाही मचाई। इस भूकंप के चलते कई इमारतें जमींदोज हो गईं और सड़कों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गईं। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था, लेकिन इसके झटके थाईलैंड और बांग्लादेश तक महसूस किए गए।

भूकंप के कारण कई इमारतें ध्वस्त हो गईं, जिससे बड़ी संख्या में लोग मलबे में दब गए। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सड़कों में आई दरारों और जमीन के धंसने के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका और थाईलैंड के कुछ इलाकों में भी झटके महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।

भूकंप के कारण प्रभावित इलाकों में बिजली और संचार व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है। इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क पर भी असर पड़ा है, जिससे लोगों को अपने परिजनों से संपर्क करने में दिक्कतें हो रही हैं।

स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्य में जुट गई हैं। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना और बचाव दल तैनात किए गए हैं। अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गई हैं, और घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, यह भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों के खिसकने के कारण आया। म्यांमार और उसके आसपास का क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील है, जहां पहले भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं। विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में और झटकों की संभावना जताई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

इस भयंकर आपदा के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी मदद की उम्मीद की जा रही है। कई देशों ने सहायता भेजने की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य राहत संगठन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं।

म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश में आया यह विनाशकारी भूकंप एक बड़ी प्राकृतिक आपदा है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। इस कठिन समय में राहत और बचाव कार्य सबसे बड़ी प्राथमिकता है। प्रशासन और जनता को मिलकर इस संकट का सामना करना होगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके और सामान्य स्थिति बहाल की जा सके।

 

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