समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनके हालिया बिहार दौरे के दौरान की गई एक टिप्पणी को लेकर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने “छोटी जाति” शब्द का प्रयोग करके बिहार की जनता, विशेषकर पिछड़े वर्गों (OBC) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EBC) का अपमान किया है।
नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी की यह टिप्पणी न केवल असंवेदनशील है बल्कि संविधान और सामाजिक समरसता के खिलाफ भी है।
“राहुल गांधी ने अपने बयान में ‘छोटी जाति’ कहा। मैं विनम्रता, दृढ़ता और रोष के साथ कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं – आप किसे ‘छोटी जाति’ कह रहे हैं? हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उसी वर्ग से आते हैं, जिसे आपने नीचा दिखाने की कोशिश की है,” त्रिवेदी ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी को सबसे अधिक नुकसान राहुल गांधी के नेतृत्व के दौरान हुआ है, और बिहार दौरे ने पार्टी में जारी अंदरूनी कलह को उजागर कर दिया है। “वह कांग्रेस की समस्याएं सुलझाने के लिए बिहार आए थे, लेकिन वहां सिर्फ कार्यकर्ताओं में गुटबाजी और अव्यवस्था देखने को मिली,” उन्होंने कहा।
राहुल गांधी ने सोमवार को बिहार के बेगूसराय में कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI द्वारा आयोजित ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ रैली और ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में हिस्सा लिया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि कमजोर वर्गों के लोगों को देश में द्वितीय श्रेणी का नागरिक समझा जा रहा है। हालांकि उनका उद्देश्य सामाजिक न्याय की वकालत करना था, लेकिन “छोटी जाति” शब्द के उपयोग पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने भारत के संविधान को लेकर भी एक विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि संविधान 1947 में बना, लेकिन मेरा मानना है कि यह हजारों साल पुराना है।”
बीजेपी ने इस पर भी नाराजगी जताई। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को तैयार किया गया था और 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ। राहुल गांधी जैसे युवा नेता से ऐसी अज्ञानता की उम्मीद नहीं थी।” उन्होंने कहा कि संविधान दिवस का उद्देश्य ही यह है कि ऐसे भटके हुए युवाओं को सही जानकारी दी जा सके।
फिलहाल कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक पार्टी जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दे सकती है।
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