समग्र समाचार सेवा
जयपुर, 21 सितंबर: कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार को निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आयोग मतदाताओं के नाम हटाने और मतदाता सूची में छेड़छाड़ के आरोपों को नज़रअंदाज़ कर रहा है।
“राहुल गांधी के सबूतों पर चुप्पी”
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ के ठोस सबूत पेश किए हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग न तो इन आरोपों का खंडन कर रहा है और न ही किसी तरह की जांच शुरू कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग विपक्षी नेताओं की आवाज़ को दबाने का काम कर रहा है।
मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप
पायलट ने दावा किया कि मतदाता सूची में जानबूझकर छेड़छाड़ की जा रही है, जिसके चलते करोड़ों वैध वोट या तो हटा दिए गए हैं या गलत तरीके से चिह्नित कर दिए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसी गतिविधियां जारी रहीं, तो लोकतंत्र में जनता का विश्वास गंभीर रूप से प्रभावित होगा।
कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी अभियान
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बताया कि कांग्रेस ने मतदाता सूची में हो रही गड़बड़ियों को उजागर करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। उनका कहना है कि यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं, बल्कि लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की रक्षा के लिए है।
विदेश नीति पर भी हमला
सिर्फ चुनाव आयोग ही नहीं, सचिन पायलट ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब और पाकिस्तान के साथ कूटनीति कमजोर रही है। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी की घोषणा के समय भी केंद्र सरकार राहत उपाय लाने में विफल रही।
लोकतंत्र पर खतरे की चेतावनी
पायलट ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराना निर्वाचन आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है। यदि आयोग इस भूमिका को ईमानदारी से नहीं निभाता, तो लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर किया जाएगा।
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