सरकार से पंगा लेना ट्वीटर को पड़ा भारी, यूपी सरकार ने फेक न्यूज को लेकर दर्ज किया एफआईआर, जानें क्या है मामला
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16जून। सरकार से पंगा लेना ट्वीटर को कितना भारी पड़ने वाला है , यह तो ट्वीटर ने भी नहीं सोचा होगा। नए आईटी नियमों का पालन न करने को लेकर ट्विटर पर भारत की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। अब ट्विटर से भारतीय आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत मिली कानूनी कार्रवाई से छूट को खत्म कर दिया गया है। कानूनी संरक्षण खत्म होते ही उत्तर प्रदेश ट्विटर के खिलाफ फेक न्यूज को लेकर केस भी दर्ज कर दिया है। जिसके बाद अब उत्तर प्रदेश ट्विटर पर केस करने वाला पहला राज्य बन गया है।
बता दें कि 26 मई से ट्विटर को मिली कानूनी छूट खत्म हो चुकी है। सरकार ने पहले ही ट्विटर को यह चेताया था कि अगर उसने नए आईटी नियमों का पालन नहीं किया तो उसे आईटी कानून के तहत दायित्व से जो छूट मिली है, वह वापस ले ली जाएगी। इसके साथ ही उसे आईटी कानून और अन्य दंडात्मक प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।
जानें क्यों दर्ज किया केस?
मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से शुरू हुआ है। दरअसल पुलिस ने एक बुजुर्ग के साथ मारपीट और अभद्रता किए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिनमें से एक ट्विटर इंडिया भी है। इन सभी पर घटना को गलत तरीके से सांप्रदायिक रंग देने की वजह से यह ऐक्शन लिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक बुजुर्ग मुस्लिम को पीटा गया और उसकी दाढ़ी काट दी गई। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक, ट्विटर ने वीडियो को वायरल होने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया।
पुलिस ने बताया कि इस मामले की सच्चाई कुछ और है। पीड़ित मुस्लिम बुजुर्ग ने आरोपी को कुछ ताबीज दिए थे जिसमें उसने अंधविश्वास से जुडी कुछ बातें होनें का दावा किया था लेकिन परिणाम न मिलने पर नाराज आरोपी ने ऐसा किया। लेकिन ट्विटर ने इस वीडियो को मैन्युप्युलेटेड मीडिया का टैग नहीं दिया। पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ित ने अपनी FIR में जय श्री राम के नारे लगवाने और दाढ़ी काटने की बात दर्ज नहीं कराई है।
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