समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28नवंबर।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने विपक्ष को प्रतिशोधात्मक राजनीति से दूरी बनाने की चेतावनी दी थी। अपने बयान में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे हमे डराए नहीं बल्कि इसके बदले शासन दिखाएं। उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व छोड़ दिया है लेकिन हमारा हिंदुत्व नहीं बदला है।
फडणवीस ने आगे कहा, भगवान की कृपा है कि अभी महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की दूसरी लहर नहीं आई है। हमने कभी राज्य सरकार पर निजी हमले नहीं किए। निजी हमले शिवसेना करती है। कुछ दिनों पहले एक नेता ने मेरी पत्नी पर आरोप लगाया था लेकिन मैंने कोई हंगामा नहीं किया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सावरकर पर उनके सहयोगियों ने जो कहा उसे वे कैसे भूल सकते हैं? वे (शिवसेना) कांग्रेस के साथ हैं, जो गुप्कार घोषणा को समर्थन देते हैं, चीन की सहायता से अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात करते हैं।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पत्नी और प्रियंका चतुर्वेदी के बीच हुए ट्विटर वार का भी जिक्र किया है। इस बीच उन्होंने पत्रकार अर्नब गोस्वामी और अभिनेत्री कंगना रनौत के सरकार विरोधी बयानों को पार्टी से अगल करते हुए कहा कि भाजपा उनके विचारों का समर्थन नहीं करती लेकिन हम सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर किए जा रहे अत्याचार और दबाव के खिलाफ हैं।
फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं। सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फटकारा है, जो बताता है कि राज्य में संवैधानिक मशीनरी टूट रही है। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार का एक साल पूरा होने पर शिवसेना के मुखपत्र सामना को उद्धव ठाकरे ने इंटरव्यू दिया था।
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