समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 मई । जम्मू-कश्मीर के पहललगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद असम पुलिस ने प्रदेश भर से 42 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर “भारतीय जमीन पर पाकिस्तान का समर्थन करने” का आरोप है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार देर रात एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इसकी पुष्टि करते हुए लिखा, “कामरूप, नलबाड़ी, बारपेटा, धुबरी समेत कई जिलों से एक-एक व्यक्ति को पकड़ा गया है।” सरमा ने कहा कि सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का समर्थन या आतंकी हमले को सही ठहराने वाले पोस्ट्स पर पुलिस की सख्त नजर है।
गौरतलब है कि पहललगाम हमले में कई भारतीय सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, जिससे देशभर में आक्रोश फैल गया। असम में इस घटना ने पुलिस को त्वरित कार्रवाई के लिए मजबूर किया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने फेसबुक, एक्स और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ या पाकिस्तान के समर्थन वाले संदेश साझा किए थे। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाना और आपराधिक साजिश शामिल है।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “असम आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है। जो भी देश के दुश्मन का समर्थन करेगा या हमारे सैनिकों का मनोबल गिराने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
असम के पुलिस महानिदेशक जी. पी. सिंह ने मीडिया को बताया कि सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। “यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। जो कोई भी आतंकवाद का समर्थन करेगा या पाकिस्तान के पक्ष में बोलेगा, उस पर कार्रवाई होगी,” सिंह ने कहा।
हालांकि इस कार्रवाई पर बहस भी शुरू हो गई है — एक ओर लोग सरकार के रुख का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरे के रूप में देख रहे हैं।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना पुष्टि के कोई भड़काऊ सामग्री साझा न करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें।
सरकार का संदेश साफ है — देशद्रोही मानसिकता और आतंकवाद का समर्थन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.