समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28मई। आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आयुष क्षेत्र के विकास के लिए और अधिक शोध करने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि मंत्रालय ने पिछले दस वर्षों में कई शोध आधारित कार्य किए हैं। कोटेचा आज नई दिल्ली में फार्मा रिसर्च इन आयुर्विज्ञान एंड टेक्नो इनोवेशन (प्रगति-2024) का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद ने किया था, जो आयुष मंत्रालय का एक अनुसंधान निकाय है।
कोटेचा ने कहा कि इस क्षेत्र में वैश्विक मानकों पर खरा उतरने के लिए सभी हितधारकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय देश को पारंपरिक औषधियों में सक्षम बनाने के लिए भी कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक प्रो. वैद्य रबीनारायण आचार्य ने कहा कि प्रगति-2024 अनुसंधान के अवसरों की खोज करने और केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद तथा आयुर्वेद दवा उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस बैठक का उद्देश्य आयुर्वेद और तकनीकी नवाचारों के निर्माण में शामिल शोधकर्ताओं तथा औद्योगिक भागीदारों को जोड़कर दवा और उपकरण विकास में आयुर्वेद के हितधारकों की क्षमता को विस्तार देना है।
Comments are closed.