रेल क्षेत्र में सहयोग के लिए 2017 में किए गए करार के तहत सहयोग बढ़ाने के तौर तरीकों पर चर्चा की गई
भारत और स्विट्जरलैंड ने रेल परिवन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है।
दोनों पक्षों ने कल नयी दिल्ली में संपन्न हुयी संयुक्त कार्यसमूह की पहली बैठक में यह फैसला लिया। रेल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच 2017 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसकी व्यवस्थाओं के तहत सहयोग के तौर तरीकों पर बैठक में चर्चा की गई।
बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व वाणिज्य और उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने किया जबकि स्विट्जरलैंड के दल का नेतृत्व वहां की पर्यावरण, परिवहन, ऊर्जा तथा संचार मंत्री सुश्री सिमोनेटा सोमारुगा ने किया।
सुश्री सोमारुगा ने श्री पीयूष गोयल को रेल परिवहन के क्षेत्र में काम करने वाली स्विट्जरलैंड की कंपनियों को उनकी विशेषज्ञता तथा नए उत्पादों के प्रदर्शन और भारतीय कंपनियों के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए कम समय में ही पर्याप्त अवसर दिलाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इसके साथ ही रेलवे में तकनीकी मुद्दों का अभिनव समाधान खोजने के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों के बीच निरंतर बातचीत की आवश्यकता पर भी बल दिया।
रेल मंत्री ने स्विट्जरलैंड के शिष्टमंडल का धन्यवाद देते हुए कहा कि मेक इन इन इंडिया कार्यक्रम स्विस कंपनियों को भारत में उनके उत्पादों को प्रतिस्पर्धी बनाने तथा भारत को वैश्वकि बाजार के मंच के रूप में इस्तेमाल करने का मौका देगा।
उन्होंने स्विट्जरलैंड की कंपनियों द्वारा आरडीएसओ क्लीयरंस की प्रक्रिया में तेजी लाने तथा नए उत्पाद विकसित करने के मुद्दे उठाए जाने के बारे में रेलवे बोर्ड को निर्देश दिया कि इसका समाधान जल्दी किया जाए। संयुक्त कार्य समूह में माल भाड़ा, यात्री परिवहन, रेलवे विद्युतिकरण उपकरणों तथा परिवहन और सुरंग प्रौद्योगिकी पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में इस बात पर भी सहमति व्यक्त की गई कि रेलवे क्षेत्र में सहयोग की प्रगति पर समयबद्ध तरीके से संस्थागत स्तर पर निगरानी रखी जाएगी।
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