अक्षय तृतीया पर ब्रह्मचारी गिरीश का आह्वान — “महार्षि के संकल्पों को जीवन में पूर्ण करें”

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,1 मई ।
भोपाल के महार्षि मंगलम भवन में जब अक्षय तृतीया और सहस्रशीर्ष पुरुष मंडल की स्थापना दिवस का भव्य आयोजन हुआ, तो वातावरण भक्ति, ऊर्जा और संकल्प से ओतप्रोत हो गया। इस पावन अवसर पर महार्षि शैक्षिक संस्थानों के अध्यक्ष ब्रह्मचारी गिरीश जी ने ऐसा आह्वान किया जिसने उपस्थित जनसमूह को भीतर तक झकझोर दिया।

ब्रह्मचारी गिरीश जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अक्षय तृतीया वह दिव्य तिथि है जब लिया गया हर संकल्प, ब्रह्म चेतना में पनपकर निश्चित रूप से पूर्ण होता है।” उन्होंने घोषणा की कि इस वर्ष का सामूहिक संकल्प है—“महार्षि महेश योगी जी के शेष संकल्पों को अपने जीवनकाल में पूर्ण करना।”

उन्होंने बताया कि ‘महार्षि आध्यात्मिक नागरिक जागरण अभियान’ के अंतर्गत समाज के हर वर्ग को ट्रांसेंडैंटल मेडिटेशन, देवी-देवताओं के स्तोत्र और कवच का ज्ञान दिया जाएगा, ताकि समाज में सकारात्मकता और सात्त्विकता का जागरण हो।

गिरीश जी ने कहा, “हमारी शक्ति हमारी चेतना में है। जब हम समाधि की स्थिति से संकल्प लेते हैं, तब बाहरी दुनिया से कुछ मांगने की आवश्यकता नहीं रहती—संपूर्ण ब्रह्मांड स्वयं संकल्प की पूर्ति में जुट जाता है।”

पूर्व कुलपति प्रो. भुवनेश शर्मा ने भी इस विचार को आगे बढ़ाते हुए कहा, “अक्षय तृतीया पर लिया गया संकल्प कभी व्यर्थ नहीं जाता। सहस्रशीर्ष पुरुष और महिला मंडलों की स्थापना भी महार्षि जी के दिव्य संकल्पों की ही परिणति है।”

कार्यक्रम के अंत में, महार्षि विद्या मंदिर के छात्र पीस एम्बेसडर्स ने मंच पर आकर ‘धरती पर स्वर्ग की स्थापना’ हेतु अपना संकल्प दोहराया और संगठन के प्रत्येक उद्देश्य को पूर्ण करने की शपथ ली।

भव्य समारोह में विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर महार्षि विद्या मंदिर स्कूल समूह के निदेशकगण भी उपस्थित रहे।

यह कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं था, यह एक चेतना क्रांति की शुरुआत थी — जो न केवल भारत, बल्कि पूरी मानवता को उजास देने का संदेश दे रहा था।

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