जम्मू-कश्मीर के डोडा में 3 घंटे में दो बार भूकंप से कांपी धरती

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16नवंबर। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, गुरुवार (16 नवंबर) को सुबह 9.34 पर जम्मू-कश्मीर के डोडा में रिक्टर स्केल पर 3.9 तीव्रता का भूकंप आया. इसके तीन घंटे बाद ही दोपहर 12.22 बजे 3.1 तीव्रता का एक और भूकंप आया. भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने अपने घरों से निकलकर बाहर सड़कों पर आ गए. लोगों का कहना है कि जब धरती हिल रही थी तब पहले तो समझ में नहीं आया, लेकिन बाद में जब महसूस हुआ कि भूकंप आया है.

इससे पहले 7 नवंबर मंगलवार को भी जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में 3.5 तीव्रता के झटके हुए किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NSC) के मुताबिक, भूकंप मंगलवार शाम 6.52 बजे आया था. भूकंप का केंद्र अयोध्या से 215 किमी उत्तर में 10 किमी की गहराई पर था.

क्यों आता है भूकंप?
दरअसल, पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं. जानकारी के अनुसार, पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है. जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं.

भूकंप की जांच कैसे होती है?
भूकंप की जांच रिक्टर स्केल से होती है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के अंदर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है.

Comments are closed.