फिल्म निर्माण में आसानी और मौजूदा अध्ययनकर्ताओं के उन्नयन का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए: डॉ. जितेंद्र सिंह

समग्र समाचार सेवा
श्रीनगर, 24 मई। केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में तीसरी पर्यटन कार्य समूह की बैठक के मौके पर ‘फिल्म पर्यटन के माध्यम से अतुल्य भारत को बढ़ावा देना’ विषय पर साइड इवेंट को संबोधित किया।

साइड इवेंट में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्वा चंद्रा ने भी भाग लिया।

पर्यटन पर साइड इवेंट का उद्देश्य फिल्म पर्यटन क्षेत्र के दायरे को आगे बढ़ाना और अतुल्य भारत के सभी पहलुओं को उजागर करना था।

आयोजन के दौरान, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत ऑस्कर पाने से बहुत दूर नहीं है, फिल्म सुविधा प्रक्रिया की तरह सर्वश्रेष्ठ फिल्म निर्माण नीतियां हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि भारत में गुरुदत्त और सत्यजीत रे के प्रमुख नामों के साथ सदी पुरानी फिल्म विरासत वाली प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जिन्हें कोई रास्ता और सुविधाएं नहीं होने के बावजूद उनकी कला के काम के लिए स्वीकार किया गया है।

डॉ. सिंह ने आशा व्यक्त की कि व्यापार समुदाय पर्यटन मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा पहले से किए गए प्रयासों को बढ़ाने में मदद करेगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, फिल्म उद्योग को समर्थन देने के लिए फिल्म निर्माण में आसानी और मौजूदा स्टूडियो के उन्नयन पर सख्ती से काम करना होगा। डॉ. सिंह ने कहा कि पूरे भारत में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा राज्य के नियमों का उदारीकरण किया जाना चाहिए।

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