समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31 जुलाई। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित ‘जर्नी टुवर्ड्स विकसित भारत: ए पोस्ट यूनियन बजट 2024-25 सम्मेलन’ में कहा कि मोदी सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि वर्तमान सरकार ने अब तक चार प्रमुख मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं और ये समझौते व्यापक हितधारक परामर्श के बाद संपन्न हुए हैं।
आरसीईपी से बाहर निकलने का साहसिक निर्णय
गोयल ने कहा कि भारत ने क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) से बाहर निकलने का साहसिक निर्णय लिया, जो कि उस समय के वार्ता भागीदारी का हिस्सा बनना एक उचित निर्णय नहीं था।
आर्थिक उपलब्धियां
उन्होंने पिछले 10 वर्षों में सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि व्यवसाय और लोग भारतीय अर्थव्यवस्था में हुए सकारात्मक परिवर्तनों को पहचानते हैं। उन्होंने बताया कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दोगुना हो गया है, विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना से अधिक हो गया है, और चालू खाते का घाटा काफी कम हो गया है, जो दर्शाता है कि एक प्रभावी सरकार किस प्रकार बड़ा बदलाव ला सकती है।
एफटीए और गुणवत्ता नियंत्रण आदेश
गोयल ने भारत-ईएफटीए एफटीए के तहत 100 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता पर जोर दिया और उद्योगों से एफटीए के लाभ को जल्दी अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) का उपयोग करके मानकों को बढ़ाने से बाजार हिस्सेदारी में सुधार होगा और घटिया सामान की बाढ़ को रोका जा सकेगा।
औद्योगिक और टेक्सटाइल पार्क
गोयल ने घोषणा की कि सरकार देश भर में 12 नए औद्योगिक पार्क स्थापित कर रही है और 5-6 मेगा टेक्सटाइल पार्क भी विकसित किए जाएंगे। उन्होंने भारतीय निवेशकों से आग्रह किया कि वे सरकार द्वारा प्रदान किए गए लाभों का उपयोग करके स्टार्टअप और एमएसएमई का समर्थन करें।
2014 से पूर्व की स्थिति
गोयल ने 2014 से पहले की सरकारों की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि श्री नरेंद्र मोदी को 2014 में उच्च मुद्रास्फीति और कम विकास दर से जूझ रही अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए काल की कमजोर अर्थव्यवस्था को शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में बदलने में सफलता प्राप्त की है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित सम्मेलन में श्री पीयूष गोयल की प्रस्तुति।
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