नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान के लिए अपने एयरस्पेस (हवाई क्षेत्र) को बंद कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। यह कदम भारतीय सुरक्षा चिंताओं और पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकी गतिविधियों को लेकर लिया गया है।
भारतीय विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान की सभी वाणिज्यिक और कार्गो फ्लाइट्स के लिए भारतीय एयरस्पेस अगले आदेश तक बंद रहेगा। इससे पाकिस्तान की इंटरनेशनल फ्लाइट्स को लंबा रूट अपनाना पड़ेगा, जिससे उनका समय और खर्च दोनों बढ़ेंगे।
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय पाकिस्तान द्वारा सीमा पर बार-बार सीज़फायर उल्लंघन, ड्रोन घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित करने की घटनाओं के बाद लिया गया है। भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने कई बार पाकिस्तान से आग्रह किया था कि वह आतंकी नेटवर्क पर कार्रवाई करे, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है।”
गौरतलब है कि इससे पहले 2019 में भी पुलवामा हमले के बाद भारत ने कुछ समय के लिए पाकिस्तान के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था, जिससे पाकिस्तान की फ्लाइट्स को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के इस कदम से पाकिस्तान इंटरनेशनल एविएशन सेक्टर में अलग-थलग पड़ सकता है। पाकिस्तान की फ्लाइट्स को यूरोप और खाड़ी देशों तक जाने के लिए लंबा रास्ता लेना होगा, जिससे ईंधन की खपत और टिकट के दामों में बढ़ोतरी संभव है।
वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के इस कदम की निंदा की है और इसे “अकारण और उकसावे वाला” बताया है। पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से हस्तक्षेप की मांग की है, जबकि भारत ने इसे पूरी तरह अपने संप्रभु अधिकार का मामला बताया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पाकिस्तान अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करता, तो यह प्रतिबंध लंबे समय तक जारी रह सकता है। दोनों देशों के बीच पहले से ही व्यापार, कूटनीति और खेल जैसे क्षेत्रों में संबंध तनावपूर्ण हैं, और इस फैसले से तनाव और बढ़ सकता है।
क्या भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में कोई नया मोड़ आएगा, यह देखने वाली बात होगी।
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