समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,9 मई । पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ छेड़े गए दुस्साहसिक हमले का अंजाम वही हुआ, जो होना चाहिए था— करारा और निर्णायक जवाब। बीती रात पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइलों की बौछार कर दी, लेकिन भारत की ताक़तवर एकीकृत एयर डिफेंस और एंटी-यूएएस प्रणाली ने इस हमले को पूरी तरह विफल कर दिया।
भारत ने न केवल यह हमला नाकाम किया, बल्कि तड़के सुबह “ऑपरेशन सिंदूर” के ज़रिए पाकिस्तान के कई अहम ठिकानों पर जोरदार पलटवार किया। भारतीय सशस्त्र बलों ने लाहौर सहित कई स्थानों पर पाकिस्तानी एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को सटीक निशाना बनाकर तबाह कर दिया।
लेकिन पाकिस्तान की बौखलाहट यहीं नहीं थमी। उसने नियंत्रण रेखा (LoC) पर नागरिक इलाकों में अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ, मेंधर और राजौरी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारी मोर्टार और तोपों से फायरिंग की गई, जिसमें अब तक 16 निर्दोष नागरिकों की जान जा चुकी है — जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन यह धैर्य तभी तक है जब तक पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ आए। अगर दुश्मन उकसावे पर उतरता है, तो भारत का जवाब पहले से भी अधिक तीव्र और निर्णायक होगा।
“ऑपरेशन सिंदूर” सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह एक सशक्त संदेश था — भारत अब हर हमले का जवाब उसी भाषा में देगा, जो दुश्मन समझता है।
ये नया भारत है — जो पहले बर्दाश्त करता है, लेकिन जब चोट करता है तो इतिहास रचता है।
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