समग्र समाचार सेवा,
पटना, 23 मई: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के हालिया बयान ने बिहार की सियासत में जोरदार हलचल मचा दी है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला था, जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
विजय कुमार सिन्हा बोले – “लालू मानसिक रूप से कमजोर हो चुके हैं”
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा:
“लालू यादव अब सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर हो चुके हैं। उन्हें यह भी याद नहीं कि कांग्रेस के साथ मिलकर उन्होंने देश को आतंकवादियों के हवाले कर दिया था।”
उन्होंने अमित शाह की सराहना करते हुए कहा कि,
“आज वही अमित शाह हैं, जिन्होंने भारत को आतंकवाद और उग्रवाद से मुक्ति दिलाई है। देश को कमजोर करने वाले लालू जैसे नेताओं से जनता को सतर्क रहना चाहिए।”
सम्राट चौधरी ने बताया “राजनीतिक चोर”, लोकतंत्र का “हत्यारा”
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर सीधा हमला बोलते हुए कहा:
“लालू यादव राजनीतिक रूप से एक चोर साबित हो चुके हैं। ऐसे लोग देश के गृह मंत्री के बारे में क्या कह सकते हैं? उन्होंने बिहार का खजाना चुराया है, और अब राजनीति कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा:
“लालू यादव जैसे अपराधी जिस राज्य में होते हैं, वह कभी तरक्की नहीं कर सकता। बिहार के लिए यह दुर्भाग्य है कि लोग अब भी ऐसे नेताओं को सहन कर रहे हैं।”
सम्राट चौधरी ने लालू की वंशवाद की राजनीति पर भी कटाक्ष करते हुए कहा:
“उन्होंने पहले रानी (राबड़ी देवी), फिर राजकुमार (तेजस्वी यादव) और अब राजकुमारी (रोहिणी आचार्य) को आगे बढ़ाया। अब देखना है, अगला कौन होगा? लोकतंत्र के हत्यारे वही हैं जो अपने परिवार को सत्ता में थोपते हैं।”
बिजेंद्र यादव का तंज – “जो समझदार होता है, वही सोच-समझकर बोलता है”
बिहार सरकार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने भी लालू यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“जो समझदार होता है, वही वैसा बोलता है। लालू यादव का बयान उनकी मानसिक स्थिति और राजनीति की गिरती साख को दर्शाता है।”
भाजपा-जदयू: मोदी ने अंबेडकर को सम्मान दिया, लालू ने सिर्फ वंश को बढ़ावा
भाजपा और जदयू नेताओं ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देते हुए पांच तीर्थस्थलों का निर्माण कराया, जबकि लालू यादव ने अंबेडकर के नाम पर राजनीति की और सत्ता अपने परिवार तक सीमित रखी।
लालू यादव के अमित शाह पर दिए गए बयान ने बिहार की राजनीति में उबाल ला दिया है। भाजपा और जदयू नेताओं ने उन्हें ‘राजनीतिक अपराधी’, ‘लोकतंत्र का हत्यारा’ और ‘मानसिक रूप से असंतुलित’ कहकर सियासी हमला तेज कर दिया है।
अब देखना यह होगा कि लालू यादव इस राजनीतिक तूफान का जवाब किस अंदाज में देते हैं – और क्या बिहार की जनता 2025 में वंशवाद बनाम विकास की इस लड़ाई में किसे चुनेगी।
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