“मेरे माता-पिता हिंदू हैं”: जेडी वेंस की पत्नी उषा की आंध्र कनेक्शन और अमेरिका की उपराष्ट्रपति से मुलाक़ात की कहानी
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22 अप्रैल। अमेरिका की राजनीति में इस समय एक नाम चर्चा में है – उषा चिलुकुरी वेंस, अमेरिकी सीनेटर और 2024 के उपराष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार जेडी वेंस की पत्नी। लेकिन उषा की कहानी महज एक अमेरिकी प्रेम कहानी नहीं है – इसमें है आंध्र प्रदेश की मिट्टी की खुशबू, एक उच्च शिक्षा की उड़ान, और अमेरिकी पावर सर्कल्स तक पहुंचने वाली एक तेज़-तर्रार भारतीय-अमेरिकी महिला की झलक।
उषा वेंस के माता-पिता आंध्र प्रदेश से हैं और 1980 के दशक में अमेरिका आ बसे थे। उनका पालन-पोषण एक पारंपरिक हिंदू तेलुगु परिवार में हुआ, और यही वजह है कि आज भी उषा गर्व से कहती हैं – “मेरे माता-पिता हिंदू हैं।” उनकी यह जड़ें ही उनकी पहचान का अहम हिस्सा हैं।
उषा ने अपनी स्कूली पढ़ाई अमेरिका में पूरी की, लेकिन भारतीय मूल्यों से जुड़ाव कभी कम नहीं हुआ। घर में तेलुगु बोली जाती थी, त्योहार पारंपरिक ढंग से मनाए जाते थे, और रामायण-महाभारत जैसे ग्रंथों की कहानियाँ उषा की परवरिश का हिस्सा रहीं।
कहते हैं, प्यार कब और कैसे हो जाए – कोई नहीं जानता। उषा और जेडी वेंस की मुलाक़ात येल लॉ स्कूल में हुई। जेडी, जो एक गरीब परिवार से उठकर अमेरिकी समाज के ऊंचे पायदान तक पहुंचे थे, और उषा, जिनकी बुद्धिमत्ता और तीव्रता हर किसी को प्रभावित कर देती थी – दोनों की सोच में फर्क था, लेकिन दिल की धड़कनें एक हो गईं।
उनकी लव स्टोरी येल की लाइब्रेरी से शुरू हुई, बहसों से होते हुए डिनर डेट्स तक पहुंची, और फिर शादी के बंधन में बंध गई। उषा ने न सिर्फ जेडी के जीवन में स्थिरता लाई, बल्कि उनके राजनीतिक करियर में भी एक मजबूत स्तंभ बनीं।
सबसे सनसनीखेज़ पल तब आया जब हाल ही में उषा वेंस की अमेरिका की मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाक़ात हुई। यह मुलाक़ात एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां दोनों दक्षिण एशियाई मूल की महिलाओं ने अमेरिका में अपने सफर को साझा किया।
सूत्रों के मुताबिक, इस बातचीत में उषा ने खुलकर अपनी जड़ों, अपने धर्म और आंध्र प्रदेश से जुड़े अनुभव साझा किए। कमला हैरिस, जो स्वयं तमिल मूल की हैं, ने उषा की पारिवारिक पृष्ठभूमि को सम्मान के साथ सुना और दोनों के बीच दक्षिण एशियाई मूल की महिलाओं के संघर्ष और सफलता पर चर्चा हुई।
अब जब जेडी वेंस का नाम अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद की रेस में सामने आ रहा है, तो सवाल ये भी उठ रहा है – क्या अमेरिका को जल्द ही एक हिंदू मूल की ‘सेकंड लेडी’ मिलने जा रही है?
उषा न सिर्फ एक शानदार वकील हैं, बल्कि एक विचारशील वक्ता, समाजसेवी और गर्वित भारतीय मूल की महिला भी हैं। अगर किस्मत और राजनीति ने साथ दिया, तो जल्द ही व्हाइट हाउस की दीवारों में तेलुगु बोली और दीपावली की रौशनी देखने को मिल सकती है।
उषा वेंस की कहानी केवल एक प्रेम कहानी या राजनीतिक यात्रा नहीं है। यह उस हर भारतीय प्रवासी की कहानी है जो अपने मूल्यों को साथ लेकर दुनिया के सबसे शक्तिशाली मंचों तक पहुंचता है। और अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो यह कहानी आने वाले वर्षों में इतिहास बन सकती है।
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