समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25 सितंबर: पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (BJD) अध्यक्ष नवीन पटनायक ने गुरुवार को भारत द्वारा रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से इंटरमीडिएट रेंज अग्नि-प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण की तारीफ की। उन्होंने X पोस्ट में लिखा, “DRDO, स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (SFC) और सशस्त्र बलों को इंटरमीडिएट रेंज अग्नि-प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई। विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से परीक्षण ने भारत को उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल कर दिया है जिनके पास यह क्षमता है।”
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस लॉन्च पर संबंधित एजेंसियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “भारत ने रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर सिस्टम से इंटरमीडिएट रेंज अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह नई पीढ़ी की मिसाइल 2,000 किलोमीटर तक की रेंज के लिए डिज़ाइन की गई है और इसमें कई उन्नत विशेषताएं हैं।”
रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस फ्लाइट टेस्ट की सफलता ने भारत को उन चुनिंदा देशों में शामिल कर दिया है जिनके पास चलते रेल नेटवर्क से कैनिस्टराइज्ड लॉन्च सिस्टम विकसित करने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा, “आज की पहली बार की गई लॉन्च विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से की गई, जिसमें रेल नेटवर्क पर बिना किसी पूर्व शर्त के चलने की क्षमता है, जिससे कम समय में प्रतिक्रिया देकर कम दृश्यता में लॉन्च संभव है।”
इससे पहले मंगलवार को, राजनाथ सिंह ने भारत के आत्मनिर्भर भारत विज़न पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य केवल अपने आवश्यकताओं के लिए निर्माण नहीं, बल्कि ऐसी क्षमताओं का विकास करना है जिससे देश विश्व स्तर पर उन्नत तकनीक और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का भरोसेमंद स्रोत बन सके।
साथ ही, रक्षा मंत्री और उनके मोरोक्को समकक्ष अब्देलाटिफ लाउडी ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) की अत्याधुनिक रक्षा निर्माण सुविधा का बरेचिड, मोरोक्को में उद्घाटन किया। इस सुविधा का क्षेत्रफल 20,000 वर्ग मीटर है और यह इंडिजिनियसली विकसित व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8×8 का उत्पादन करेगी, जिसे TASL और भारत के DRDO ने संयुक्त रूप से डिज़ाइन किया है।
राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत के लिए यह पहल ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को दर्शाती है। आत्मनिर्भर भारत न केवल अपने लिए निर्माण करता है, बल्कि ऐसा इकोसिस्टम तैयार करता है जिससे भारत विश्व स्तर पर तकनीकी और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का भरोसेमंद स्रोत बन सके।”
उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत का अर्थ अलगाव नहीं है। बल्कि, इसका लक्ष्य रणनीतिक स्वायत्तता का विकास करना है ताकि देश स्वतंत्र रूप से अपनी सुरक्षा कर सके और वैश्विक भागीदारों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा रहे।
इस मिसाइल परीक्षण और रक्षा उत्पादन पहल ने भारत की तकनीकी क्षमताओं और वैश्विक रणनीतिक स्थिति को और मजबूत किया है।
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