राजेंद्र चोल की जयंती पर पीएम मोदी ने जारी किया ₹1000 का विशेष सिक्का

समग्र समाचार सेवा
गंगाकोंडचोलापुरम, 01 अगस्त: ऐतिहासिक धरोहर को सम्मान देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगाकोंडचोलापुरम में सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की नौसैनिक अभियान की 1000वीं जयंती पर ₹1000 मूल्य का विशेष स्मारक सिक्का जारी किया।

यह आयोजन गंगाकोंडचोलापुरम विकास परिषद ट्रस्ट के अध्यक्ष आर. कोमगन की पहल पर हुआ, जिन्होंने न केवल इस विशेष सिक्के की मांग की थी, बल्कि उसका डिज़ाइन भी तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा था। डिज़ाइन को स्वीकृति मिलने के बाद इसे ऐतिहासिक अवसर पर जारी किया गया।

सिक्के में समाई सम्राट की वीरता

₹1000 के इस विशेष सिक्के पर राजेंद्र चोल प्रथम की अश्वारोही छवि के साथ-साथ एक नौका का चित्र उकेरा गया है, जो उनके समुद्री साम्राज्य और नौसैनिक प्रभुत्व का प्रतीक है। यह न केवल कला का उत्कृष्ट नमूना है, बल्कि इतिहास और शक्ति का भी प्रमाण है।

राजा राजेंद्र चोल प्रथम को चोल साम्राज्य के सबसे शक्तिशाली और दूरदर्शी सम्राटों में गिना जाता है। उनके नौसैनिक अभियानों ने दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीय प्रभाव को बढ़ाया था और भारतीय साम्राज्य की शक्ति को दुनिया के सामने स्थापित किया था।

समारोह में मौजूद रहे दिग्गज नेता

इस विशेष सिक्के को प्राप्त करने वाले गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:

  • एस.एस. शिवसंकर (परिवहन मंत्री)
  • थंगम थेनारसु (तमिलनाडु वित्त मंत्री)
  • थोल. थिरुमावलवन (वीसीके प्रमुख)

उनकी उपस्थिति इस आयोजन की गरिमा को और भी बढ़ा गई, जो ऐतिहासिक स्मृति को जनमानस से जोड़ने का एक सफल प्रयास रहा।

ऐतिहासिकता और आधुनिक भारत का संगम

यह सिक्का केवल एक मुद्रा नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है। इससे वर्तमान पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ने का अवसर मिलता है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल दिखाती है कि भारत अब न केवल भविष्य की ओर अग्रसर है, बल्कि अपने इतिहास को भी उतनी ही श्रद्धा और सम्मान के साथ संजो रहा है।

निष्कर्ष:

राजा राजेंद्र चोल प्रथम की 1000वीं जयंती पर जारी ₹1000 का यह विशेष सिक्का, इतिहास को सम्मान देने के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक चेतना को भी प्रबल करता है। यह आयोजन दर्शाता है कि देश की विरासत को संरक्षित करना केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का अहम हिस्सा है।

 

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