पहलगाम हमला: भारत-पाक तनाव पर सऊदी अरब की चिंता, कूटनीतिक समाधान की अपील”

1 मई, दुबई: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच सऊदी अरब ने दोनों देशों के बीच बिगड़ते हालात को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। 30 अप्रैल को सऊदी विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी अपने आधिकारिक बयान में भारत-पाक सीमा पर हो रही गोलीबारी और आपसी तनाव को ‘चिंताजनक’ बताया है।
सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की है। उसने कहा कि क्षेत्रीय स्थायित्व और आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवाद का समाधान कूटनीतिक माध्यमों से निकाला जाना चाहिए। इससे पहले चीन, अमेरिका, तुर्की और क़तर जैसे देशों ने भी भारत-पाकिस्तान से तनाव कम करने की उम्मीद जताई थी।
पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, राजनयिक संबंध सीमित करना और एयरस्पेस बंद करना शामिल हैं। जवाब में पाकिस्तान ने भी कुछ प्रतिक्रियात्मक कदम उठाए हैं।
30 अप्रैल को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि भारत किसी भी समय जवाबी कार्रवाई कर सकता है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सक्रिय भूमिका अब पहले से कहीं अधिक आवश्यक हो गई है।
ख़्वाजा आसिफ़ का डर अपनी जगह बिल्कुल सही हैं क्योंकि उसे पता हैं कि भारत अब वह राष्ट्र नहीं रहा जो अंतरराष्ट्रीय दबाव में निर्णय ले। आज का भारत आत्मनिर्भर, सशक्त और दृढ़ निश्चयी है। सुरक्षा, कूटनीति और प्रतिकार—हर मोर्चे पर भारत अपने निर्णय स्वयं करता है और उन्हें सफलतापूर्वक लागू भी करता है। पहलगाम जैसे क्रूर आतंकी हमलों के बाद भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन नहीं करेगा। सऊदी अरब सहित कई देशों की अपीलें अपने स्थान पर उचित हैं, पर भारत अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर ही कार्य करेगा। अब निर्णय भी भारत का होगा और परिणाम भी भारत के पक्ष में।

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