इस्लामाबाद/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मगर भारत सरकार ने सिर्फ शोक नहीं जताया—बल्कि सख्त एक्शन लेते हुए पड़ोसी पाकिस्तान को सीधा और कड़ा संदेश दे डाला!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में पांच बड़े निर्णय लिए गए, जिनसे इस्लामाबाद की नींद उड़ गई।
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सिंधु जल संधि निलंबित:
भारत ने 1960 की ऐतिहासिक सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान को पानी की एक बूंद भी नहीं दी जाएगी, जब तक वह सीमा पार आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं करता। -
सभी पाकिस्तानी वीजा रद्द:
भारत ने पाक नागरिकों के लिए जारी सभी वीजा रद्द कर दिए हैं और SAARC वीज़ा छूट योजना भी खत्म कर दी गई है। जो पाकिस्तानी इस योजना के तहत भारत में हैं, उन्हें 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा। -
डिप्लोमैटिक स्टाफ में कटौती:
दोनों देशों के उच्चायोगों में राजनयिक कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी गई है। 1 मई तक इस आदेश को पूरी तरह लागू किया जाएगा। -
सैन्य सलाहकार ‘Persona Non Grata’ घोषित:
पाकिस्तान हाई कमीशन के सेना, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर देश छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। भारत भी अपने सैन्य अटैशे इस्लामाबाद से वापस बुलाएगा। -
अटारी बॉर्डर सील:
अटारी एकीकृत चेकपोस्ट पाकिस्तानी नागरिकों के लिए बंद कर दिया गया है। केवल वैध दस्तावेज़ रखने वाले पाकिस्तानी नागरिक 1 मई तक इस मार्ग से लौट सकेंगे।
भारत के इस कूटनीतिक और आर्थिक ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से पाकिस्तान की हुकूमत में हड़कंप मच गया है। प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने तत्काल राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें सेना प्रमुख, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख और वरिष्ठ मंत्री शामिल हो रहे हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि भारत के इन “आक्रामक कदमों” का मुंहतोड़ जवाब तैयार किया जा रहा है।
पहलगाम हमले ने पूरे भारत को झकझोर दिया है। सड़क से संसद तक आक्रोश है और मोदी सरकार की फुर्तीली प्रतिक्रिया को जनता और विशेषज्ञों से भरपूर समर्थन मिल रहा है। यह संदेश साफ है—अब आतंक के खिलाफ कोई रियायत नहीं!
सूत्रों के मुताबिक, भारत की प्रतिक्रिया यहीं नहीं थमेगी। रणनीतिक हलकों में सर्जिकल स्ट्राइक या लक्षित सैन्य कार्रवाई की संभावनाओं पर भी चर्चा जोरों पर है।
भारत ने साफ कर दिया है — अब शब्द नहीं, सिर्फ एक्शन होगा!
और पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि नए भारत के पास आतंक के खिलाफ ‘नो टॉलरेंस’ नीति है, और अब वो नारे नहीं, नतीजे देता है।
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