समग्र समाचार सेवा
पटना, 30 जून: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पटना स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को महागठबंधन की मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों के वरिष्ठ नेता राज्य के मुद्दों पर चर्चा कर साझा घोषणापत्र का खाका तैयार करेंगे।
पटना पहुंचे अशोक गहलोत और कृष्णा अल्लावरु
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी आज पटना पहुंचे। एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में दोनों नेताओं ने बैठक के एजेंडे और चुनाव आयोग के हालिया फैसले पर अपनी बात रखी। गहलोत ने कहा कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर चुनाव आयोग के रवैये पर विपक्ष के सवाल उठाना लाजिमी है।
गहलोत बोले- एकतरफा फैसले से जनता में अविश्वास
अशोक गहलोत ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण जैसे अहम मुद्दे पर विपक्ष से कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को पक्ष-विपक्ष को साथ लेकर फैसला लेना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहे। गहलोत ने कहा कि बिहार, राजस्थान और दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं, ऐसे में बर्थ सर्टिफिकेट की अनिवार्यता ने लोगों को उलझन में डाल दिया है।
जनता को परेशान न करे आयोग
गहलोत ने साफ कहा कि चुनाव आयोग को इस कंफ्यूजन को दूर करना चाहिए ताकि जनता को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने इशारा किया कि आज शाम होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर विस्तार से बात रखी जाएगी।
बिहार के मुद्दों पर फोकस: कृष्णा अल्लावरु
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि महागठबंधन का पूरा फोकस पढ़ाई, दवाई, कमाई और सामाजिक न्याय जैसे बुनियादी मुद्दों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक में इन्हीं बातों पर मंथन होगा और गठबंधन का रोडमैप तय किया जाएगा।
वोटर लिस्ट पर साजिश का आरोप
कृष्णा अल्लावरु ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के फैसले को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह फैसला गरीब, दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के वोटरों को लिस्ट से हटाने की साजिश है। कांग्रेस इसके खिलाफ सख्त विरोध और संघर्ष करेगी। उनका आरोप था कि यह काम पहले चोरी-छिपे होता था, अब आयोग की सहमति से खुलेआम हो रहा है।
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