राज्यसभा अध्यक्ष ने CJI की पारदर्शिता की सराहना की, न्यायपालिका मामलों पर फ्लोर नेताओं की बैठक की अपील
नई दिल्ली 25 मार्च : राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की उस अभूतपूर्व पहल की सराहना की, जिसमें उन्होंने एक महत्वपूर्ण न्यायिक मामले से संबंधित सभी सामग्री को सार्वजनिक किया गया है । इस कदम को धनखड़ ने न्यायपालिका में पारदर्शिता और सार्वजनिक विश्वास को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
धनखड़ ने, जो कि भाजपा के वरिष्ठ नेता भी हैं, विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सदन के नेता जे.पी. नड्डा के साथ बैठक में यह बयान दिया। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश की पारदर्शिता की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह स्वतंत्रता के बाद पहली बार है जब मुख्य न्यायाधीश ने इतनी पारदर्शिता से काम किया है, जिससे सभी सामग्री सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो सकी है।” इसके अलावा, उन्होंने इस प्रक्रिया में तत्काल एक समिति का गठन करने की सराहना की, जो इस मुद्दे का समाधान करने के लिए काम कर रही है।
धनखड़ ने आगे कहा कि इस पारदर्शिता से न केवल न्यायपालिका की साख मजबूत होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि सार्वजनिक विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा, “हमें संस्थागत (दुराचार) को समाप्त करने के लिए मजबूत आंतरिक तंत्र की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
राज्यसभा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि खड़गे के सुझाव पर फ्लोर नेताओं की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें न्यायपालिका के मामलों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बैठक में सभी फ्लोर नेताओं को इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने का अवसर मिलेगा, ताकि संस्थागत अखंडता को और मजबूत किया जा सके।
राज्यसभा अध्यक्ष ने यह स्पष्ट किया कि अब तक उठाए गए कदम ऐतिहासिक थे और संस्थागत सुधारों की आवश्यकता को बल देते हैं। इस मुद्दे पर नड्डा और खड़गे ने भी सहमति व्यक्त की और संस्थागत अखंडता को सुनिश्चित करने की बात की, ताकि सार्वजनिक विश्वास हमेशा सर्वोपरि रहे।
आगामी फ्लोर नेताओं की बैठक में इस पर और विस्तार से चर्चा की जाएगी, जहां न्यायपालिका के मामलों में पारदर्शिता और सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने पर विचार किया जाएगा।
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