महाराष्ट्र में मंदिर विवाद पर शिवसेना ने भाजपा पर साधा निशाना-

समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 19नवंबर।

महाराष्ट्र में मंदिर खोले जाने के बाद से भाजापा और शिवसेना के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. महाराष्ट्र में मंदिर खोले जाने का श्रेय जहां बीजेपी अपने सिर ले रही है वहीं शिवसेना का कहना है मंदिर खोलने का निर्णय महाराष्ट्र सरकार का है और उसने किसी के दवाब में ये फैसला नहीं लिया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी को क्या हो गया है? महाराष्ट्र में बीजेपी का का सिर घूम गया है क्या?

शिवसेना ने कहा, भाजपा ने आंदोलन किया इसलिए भगवान के दरवाजे खोले गए जैसी बातें करना मतलब बची-खुची अक्ल को भी गिरवी रखने जैसा है. जिनका भाजपा या हिंदुत्व की विचारधारा से जरा-सा भी संबंध नहीं था, ऐसे लोग सत्ता के लिए भाजपा में घुसे. बाहरी लोग हिंदुत्व पर बोलें और सलाह दें, इसे एक मजाक ही कहा जाएगा।

भाजपा पर तंज कसते हुए शिवसेना ने कहा कि किसी एक बोगस ‘आचार्य’ को आगे करके मंदिरों के ताले खोलने के लिए आंदोलन किया गया. कौन है वह आचार्य? लेकिन भाजपा को मुफ्त में नाचने के लिए लोग मिलते हैं. किराए से लाकर महाराष्ट्र सरकार के नाम पर बवाल करना उनके खाली वक्त का धंधा बन चुका है।

भाजपा के बाहरी और नचनिए हिंदुत्ववादियों के ​जरिए मंदिर खोलने का आंदोलन करना था तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के घर के सामने करना चाहिए था, क्योंकि राज्य सरकार केंद्र के ही कोरोना संबंधी निर्देशों का पालन कर रही थी।

मंदिर खोलने का श्रेय लेने वाले नचनियों को समझना चाहिए
इंग्लैंड और यूरोप जैसे देशों में फिर से लॉकडाउन क्यों शुरू हुआ, इस बात को मंदिर खोलने का श्रेय लेनेवाले नचनियों को समझ लेना चाहिए. मुंबई का अपमान करनेवाली ‘बाहरी’ अभिनेत्री की ‘जय-जय’ करते समय बीजेपी का देव-देवताओं के प्रति प्रेम और श्रद्धा कहां अटकी हुई थी?

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