जेलेंस्की के कॉल को ट्रंप ने स्पीकर पर डाला! साथ बैठे थे एलन मस्क, 7 मिनट के कॉल में क्या हुआ?

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,9 नवम्बर। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच एक दिलचस्प संवाद हुआ, जिसने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खासी चर्चा बटोरी। इस कॉल के दौरान, ट्रंप ने जेलेंस्की के कॉल को स्पीकर पर डाल दिया, और संयोगवश उसी समय उनके साथ टेक्नोलॉजी उद्योग के दिग्गज और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क भी मौजूद थे। 7 मिनट की इस बातचीत ने कई नए सवाल और चर्चाएं खड़ी कर दी हैं।

कॉल का उद्देश्य और प्रमुख मुद्दे

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यह कॉल अपनी सेना और देश के लिए अमेरिकी समर्थन के संदर्भ में की थी। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते यूक्रेन पर भारी दबाव है, और जेलेंस्की निरंतर समर्थन जुटाने की कोशिश में हैं। उन्होंने इस कॉल में अमेरिका और उसके सहयोगियों से सहायता बढ़ाने का आग्रह किया। ट्रंप के साथ यह बातचीत यूक्रेन के लिए रणनीतिक समर्थन के उद्देश्य से थी, ताकि रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई को मजबूती मिल सके।

एलन मस्क की उपस्थिति में ट्रंप का स्पीकर पर कॉल डालना

ट्रंप के द्वारा कॉल को स्पीकर पर डालने की बात कुछ लोगों को हैरान कर सकती है, लेकिन ट्रंप का कहना था कि यह केवल पारदर्शिता बनाए रखने के लिए किया गया था। जब कॉल स्पीकर पर थी, उस समय एलन मस्क भी वहीं बैठे थे और उन्होंने भी जेलेंस्की की बातों को सुना। मस्क, जो खुद भी रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर कई बार बयान दे चुके हैं, इस बातचीत के गवाह बने।

कॉल के मुख्य बिंदु

  • जेलेंस्की की चिंता: जेलेंस्की ने ट्रंप से अपनी चिंता व्यक्त की कि अगर यूक्रेन को अमेरिकी समर्थन में कोई कमी आती है, तो यूक्रेन की स्थिति कमजोर हो सकती है।
  • ट्रंप की प्रतिक्रिया: ट्रंप ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे यूक्रेन की स्थिति से अवगत हैं और इसके समाधान के लिए विचार करेंगे। उन्होंने सीधे कोई वादा तो नहीं किया, लेकिन समर्थन के संकेत दिए।
  • एलन मस्क का मौन: कॉल के दौरान मस्क ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया, लेकिन उन्हें सुनते हुए पाया गया। हालाँकि मस्क पहले भी यूक्रेन के लिए अपने स्टारलिंक इंटरनेट सेवा के माध्यम से समर्थन देने के लिए चर्चाओं में रहे हैं, इस कॉल पर उनका कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।

इस कॉल का संभावित प्रभाव

इस कॉल ने कई अटकलों को जन्म दिया है। सबसे बड़ी चर्चा यह है कि यूक्रेन के लिए अमेरिकी नीति में क्या बदलाव आ सकता है, खासकर तब जब ट्रंप जैसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जेलेंस्की के अनुरोधों को सुन रहे हैं। दूसरी ओर, मस्क की उपस्थिति ने भी सवाल उठाए हैं कि क्या वे अपनी टेक्नोलॉजी और प्रभाव के माध्यम से यूक्रेन का समर्थन करना जारी रखेंगे।

ट्रंप और मस्क दोनों ही राजनीतिक और तकनीकी क्षेत्रों में बड़े प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं, और यूक्रेन की इस कॉल का असर आने वाले दिनों में देखा जा सकता है।

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