GG News Bureau
नई दिल्ली , 9 मई : भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच अमेरिका के व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कड़ी चेतावनी दी है। बयान में कहा गया है कि अगर पाकिस्तान ने अपनी आतंकी गतिविधियों और भारत के खिलाफ हमले नहीं रोके, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बयान में कहा, “पाकिस्तान को चाहिए कि वह आतंकवाद को समर्थन देना तुरंत बंद करे। अगर वह क्षेत्र में शांति और स्थिरता नहीं चाहता, तो अमेरिका मूकदर्शक नहीं रहेगा।” व्हाइट हाउस इस बयान से पाकिस्तान की सरकार और सेना में हड़कंप मच गया है।
सूत्रों के अनुसार अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी पाकिस्तान में चल रही आतंकी गतिविधियों और भारत के खिलाफ हो रही साजिशों को लेकर रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान को आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर पहले से ही देश के अंदर से दबाव बना हुआ है। अब ट्रम्प की चेतावनी से उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियों ने एस . जयशंकर एवं शाहबाज शरीफ से भी बात की ।
अमेरिका ने पाकिस्तान से तनाव घटाने की अपील की, आतंकी समर्थन बंद करने को कहा
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से टेलीफोन पर बातचीत की। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस के अनुसार, इस बातचीत में रुबियो ने भारत-पाकिस्तान के बीच तत्काल तनाव कम करने की जरूरत पर जोर दिया।
विदेश मंत्री रुबियो ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद को जरूरी बताया और दोनों देशों से संपर्क और वार्ता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने वर्तमान संघर्ष में नागरिकों की जान जाने पर दुख भी व्यक्त किया।
रुबियो ने पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों को किसी भी प्रकार के समर्थन को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने दोहराया कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान की भूमिका अहम है और उसे आतंकवाद के खिलाफ कड़े एक्शन लेने चाहिए।
इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर अमेरिका समेत कई देशों की नजरें टिकी हुई हैं। अमेरिका ने साफ किया है कि वह दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के प्रयासों का समर्थन करेगा।
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