GG News Bureau
वाराणसी ,7 मई 2025 : वाराणसी में उत्तर प्रदेश पुलिस ने संदिग्ध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक विशाल अभियान चलाया है, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, गांवों के बाहरी क्षेत्रों और पार्कों में अंतिम कुछ दिनों से चलाए जा रहे इस अभियान के तहत अब तक 60 संदिग्धों को पहचाना गया है।
पकड़े गए 60 संदिग्धों में से 59 के पास पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के आधार कार्ड मिले हैं, जबकि एक के पास किशनगंज, बिहार का आधार कार्ड पाया गया है। पुलिस को शक है कि ये सभी लोग रोहिंग्या या बांग्लादेशी मुस्लिम हो सकते हैं, जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में शरण ली है। वाराणसी पुलिस ने इन सभी संदिग्धों की एक सूची तैयार कर पश्चिम बंगाल के डीजीपी को भेज दी है ताकि उनकी असली पहचान और पृष्ठभूमि की जांच की जा सके।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रिपोर्ट आने तक सभी संदिग्धों की सख्त निगरानी की जाएगी। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, सभी पर स्थानीय प्रशासन की नजर बनी रहेगी। इस अभियान के दौरान पुलिस ने सैकड़ों लोगों से पूछताछ की और दस्तावेजों की जांच की, जिसमें कई विसंगतियां पाई गईं।
स्थानीय लोगों में इस खबर के बाद से काफी चिंता देखी जा रही है। कई लोगों का मानना है कि इस तरह की घुसपैठ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जो भी लोग अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक चेतावनी है, और केंद्र व राज्य सरकारों को इस तरह के मामलों पर और ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए। आने वाले दिनों में जांच रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि क्या ये लोग भारतीय नागरिक हैं या घुसपैठिए।
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